कोटद्वार, वन मंत्री हरक सिंह रावत की विधान सभा क्षेत्र कोटद्वार में खनन माफियों के हौंसले इतने बुलन्द है कि दिन दहाड़े खनन माफिया लोगों की घरों की नींव तक खोदने से नहीं कतरा रहे हैं।
कोटद्वार की खोह नदी में प्रशासन ने खनन का पट्टा आवंटित किया हुआ है, इसी की आड़ में सोमवार को खनन माफियो ने शहर के बीचोबीच से गुजर रहे पनियाली गदेरे में सुबह से ही जेसीबी से गदेरे में खोदना शुरू कर दिया। जबकि इस पनियाली गदेरे से सटे हुए लोगों के मकान है। जब सुबह गदेरे में जेसीबी मशीन उतरी और उसने खोदना शुरू किया तो लोगों के मकान हिल गए। जिससे स्थानीय लोगों ने तुरंत मौके पर पंहुच कर काम रुकवाया, जिसमें खनन माफियों के द्वारा ग्रामीणों को कहा गया कि हमें प्रशासन की तरफ से मलबा हटाने की अनुमति प्राप्त हुई है।
इसकी जानकारी लेने के लिए जब ग्रामीणों ने तहसीलदार से बात की तो उन्होंने बताया कि ऐसा मेरे संज्ञान में नहीं है। जब ग्रामीणों के द्वारा तहसीलदार पर दबाव बनाया तो तब जाकर तहसीलदार मौके पर पंहुचे, तहसीलदार को देखकर खनन माफिया घबरा गए और तुरंत अपनी जेसीबी मशीन और ट्रेक्टरों को लेकर भाग गए। अब सवाल खड़ा यह होता है कि इन खनन कारोबारियों को किसकी शह है जिससे इनके हौसले इतने बुलंद है कि दिन दहाड़े जेसीबी मशीन से खनन करने की हिम्मत आती है।