केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों के साथ मुलाकात करने और केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लेने के बाद देहरादून पहुंचते ही राज्यमंत्री डाॅ. धन सिंह रावत की कोरोना रिपोर्ट पाॅजिटिव आ गई। इसके बाद यह सूचना आग की तरह फैल गई और केदारनाथ में तीर्थ पुरोहितों व निर्माण कार्यो में लगे अधिकारी व कर्मचारियों के होश उड़ गए।
दरअसल, मंगलवार को साढ़े ग्यारह बजे के करीब केदारनाथ मंदिर के पीछे बने वीआईपी हेलीपैड पर उच्च शिक्षा, सहकारिता, प्रोटोकाॅल मंत्री डाॅ धन सिंह रावत ने लैडिंग की। इसके बाद यहां से उन्होंने केदारनाथ मंदिर के लिए प्रस्थान किया। मंदिर परिसर पर पहुंचने पर उन्होंने बाहर से ही भगवान केदारनाथ की पूजा-अर्चना की। केदारनाथ के मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग और डाॅ. रावत के तीर्थ पुरोहित ने उनकी पूजा करवाई। करीब पन्द्रह मिनट तक डाॅ रावत ने पूजा-अर्चना की। इस मौके पर उनके साथ पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती भी मौजूद रही।
- डाॅ. रावत ने लिया केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा
- पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राज्यमंत्री ने साथ में की भगवान केदारनाथ की पूजा-अर्चना
- निर्माण कार्यो में तेजी लाने के निर्देश, तीर्थ पुरोहितों को किया आश्वस्त
इसके बाद राज्यमंत्री डाॅ रावत ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यो का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डंीम प्रोजेक्ट के तहत शंकराचार्य समाधिस्थल का कार्य चल रहा है। कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। वुड स्टोन के मैनेजर सोबन सिंह बिष्ट एवं विकास राणा ने बताया कि शंकराचार्य समाधिस्थल के दूसरे चरण में सीमेंट वर्क का कार्य किया जा रहा है। मौसम साफ होने पर निर्माण कार्य में तेजी आई है। इससे पहले बरसाती सीजन में कार्य करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
उन्होंने बताया कि धाम में आस्था पथ का कार्य पूरा हो चुका है। दिव्यांगों के लिए मंदाकिनी नदी किनारे आस्था पथ बनाया गया है। इसके अलावा धाम में तीर्थ पुरोहितों के भवनों का कार्य गतिमान है। इनमें तीन भवन बनकर तैयार हो चुका है, जिन्हें हैंडओवर किया जा चुका है, जबकि दो भवन डेढ़ माह के भीतर बनकर तैयार हो जायेंगे। राज्यमंत्री डाॅ धन सिंह रावत ने पुनर्निर्माण कार्यो का जायजा लेने के बाद तीर्थ पुरोहितों से भी मुलाकात। इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने अपनी समस्याओं को डाॅ रावत के समक्ष रखा। केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि देवस्थानम् बोर्ड के लागू होने से धाम में तीर्थ पुरोहितों के हकूकों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। राज्य सरकार तीर्थ पुरोहितों की कोई सुध नहीं ले रही है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत तीर्थ पुरोहितों की सुनने को तैयार नहीं हैं। मास्टर प्लान के तहत केदारनाथ धाम में मनमानी की जा रही है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। राज्यमंत्री डाॅ रावत ने तीर्थ पुरोहितों को आश्वास्त किया कि उनकी समस्याओं को दूर किया जायेगा और उनके हक-हकूकों के साथ सरकार कोई खिलवाड़ नहीं करेगी। इस मौके पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती भी मौजूद थी। केदार सभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि राज्यमंत्री डाॅ. धन सिंह रावत कोरोना की जांच कराने के बाद भी खुलेआम घूम रहे हैं। रिपोर्ट आने तक उन्हें एक जगह पर रहना चाहिए था। उनके काॅन्टेक्ट में पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती के साथ वुड स्टोन कंपनी के कर्मचारी-अधिकारियों के साथ तीर्थ पुरोहित भी आ गए हैं।