प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बीच केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार पर हुई लंबी मीटिंग के चलते केंद्र के करीब आठ मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया। कुछ और मंत्रियों ने भी इस्तीफे की पेशकश की है। कई के मंत्रालय बदले जाने की भी खबर आ रही है।
गुरुवार देर रात कौशल विकास मंत्री रहे राजीव प्रताप रूडी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। हेल्थ ऐंड फैमिली वेलफेयर राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने स्वास्थ्य कारणों के आधार पर और संजीव बाल्यान, कलराज मिश्र, महेंद्र नाथ पांडेय, निर्मला सीतारमन और गिरिराज सिंह ने भी अपने इस्तीफे संगठन महामंत्री राम लाल को सौंप दिए हैं। वहीं चौधरी वीरेंद्र ने भी इस्तीफे की पेशकश की है।
गौरतलब है कि 2019 के आम चुनावों से पहले का ये आखिरी कैबिनेट फेरबदल माना जा रहा है। इसके चलते ये कयास लगाये जा रहे हैं कि कुछ मंत्रियों को चुनावों की तैयारी के लिये प्रधानमंत्री संगठन की जिम्मेदारी दे सकते हैं वहीं कुछ मंत्रियों को परर्फाॅर्म न करने का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।