देहरादून, मिशन ‘रिस्पना-टू-ऋषिपर्णा’ के तहत 22 जुलाई को होने वाले व्यापक वृक्षारोपण कार्यक्रम को लेकर विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी केन्द्रीय संस्थानों एवं संगठनों के प्रबन्धकों और नोडल अधिकारियों के साथ नगर निगम सभागार में बुधवार को एक बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिलाधिकारी एसए मुरूगेशन ने कहा कि 22 जुलाई को होने वाले व्यापक व ऐतिहासिक वृक्षारोपण के लिए सभी लोग आपनी भागीदारी देते हुए प्रकृति के संरक्षण के कार्य में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि ‘रिस्पना नदी’ और कुमाऊ की कोसी नदी का उद्धार करना मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड का ड्रीम प्रौजैक्ट है। उन्होंने उपस्थित जनमानस से दो तरह की अपील की। एक ओर उन्होंने 22 जुलाई को रिस्पना के शिखर फाॅल, तपोभूमि आश्रम, कैरानगांव इत्यादि क्षेत्रों में वृक्षारोपण के लिए भागीदारी करते हुए सहयोग करने तथा दूसरी ओर विभिन्न नोडल अधिकारियों द्वारा विभिन्न विद्यालयों में दिये जाने वाली पौध को प्रत्येक बच्चों को घर में रोपण के लिए देने की अपील की।
उन्होंने कहा कि बच्चे-व्यस्क-बड़े बुजुर्ग न केवल वृक्षारोपण करें बल्कि उस रोपे गये पौधों की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी लें। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के विभिन्न नोडल अधिकारियों द्वारा विद्यालयों में जो पौध उपलब्ध करवायी जा रही है उसमें आम, अमरूद, बारहमासी, कटहल, कागजी नींबू, मौसमी, किन्नू, संतरा, इत्यादि फलदार वृक्ष के लगभग 1.10 लाख पौधे रोपे जायेंगे। रिस्पना नदी के ओवरहैड में एक साथ बड़े पैमाने पर पौध रोपने का भी ऐतिहासिक कार्य किया जाना है। जिसमें उन्होने कार्यक्रम में बढचढकर प्रतिभाग करने की अपील की। इस अवसर पर नगर मजिस्टेªट मनुज गोयल सहित जनपद के विभिन्न नोडल अधिकारी तथा विद्यालयों, केन्द्रीय संस्थानों व संगठनों के प्रबन्धक उपस्थित थे।