मसूरी विधायक गणेश जोशी ने केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री, डॉ. महेश शर्मा से नई दिल्ली में मुलाकात की। विधायक जोशी ने दो दिवसीय दिल्ली प्रवास के प्रथम दिन केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री से मुलाकात कर मसूरी के 200 निजी एस्टेट में वन एंव पर्यावरण संबंधी समस्याओं को विस्तार से अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि मसूरी में प्राइवेट एस्टेट्स की समस्या पूर्व से ही चली आ रही है और पूर्व वन मंत्री द्वारा भी इसे निस्तारित किए जाने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन उनका आकस्मिक निधन होने के कारण यह सम्भव नहीं हो पाया। उन्होंने केन्द्रीय वन मंत्री को बताया कि इस समस्या के समाधान के मसूरी के निजी एस्टेट मालिकों और निवासियों की एक गम्भीर समस्या का समाधान हो जाएगा।
गौरतलब हो कि पिछले कई वर्शों तक यह प्रकरण उच्चतम न्यायालय में चला। कोर्ट के एक आदेश से मसूरी की आवासीय समस्या को सुलझाने के लिए प्रति व्यक्ति प्रति 250 वर्गफिट जमीन के आवासीय भवन निर्मित करने का शासनादेश वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा जारी किया गया। किन्तु शासनादेश में कुछ त्रुटि होने के कारण यह आदेश अभी तक लागू नहीं हो पाया है। शासनादेश में गलती के कारण मसूरी के निवासियों को खासी परेषानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह भी सर्वविदित है कि मसूरी को छोड़कर भारत के किसी भी पर्यटक स्थल पर जमीनों के संदर्भ में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जिसमें वन एवं पर्यावरण के मामले में आपत्ति लगाई गई हो।
समस्या से अवगत होने के बाद केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री द्वारा विधायक जोषी को आश्वत किया गया कि अतिशीघ्र इस प्रकरण को सुलझा लिया जाऐगा। उनके द्वारा मंत्रालय के अधिकारियों को इस बावत निर्देशित कर दिया गया है।