उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से ना केवल लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा बल्कि आए दिन होने वाले दुर्घटनाओं से भी रुबरु होना पड़ रहा है। ऐसी घटना फिर ना हों जिसके लिये केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने उत्तराखंड सरकार का ध्यान विजयनगर-अगस्त्यमुनि निमार्णधीन पुल की अोर आकर्षित किया है।
इस पत्र के माध्यम से ना केवल पुल के हालात बयां की है बल्कि इसकी वजह से होने वाली लोगों को परेशानी उजागर की है। रावत ने पत्र में स्पष्ट किया है कि पुल के दोनों तरफ लगी रोपवे ट्रालियों से स्कूल खुलने और बंद होने के समय काफी भीड़ होती है और इसकी वजह से पूर्व में कई घटनाएं बारिश के मौसम में हो चुकी है।
मनोज रावत ने स्पष्ट किया है कि मंदाकिनी नदी तट क्षेत्र में एक बस की आवश्यकता है लोगों को अार पार ले जाने के लिये और अगर सरकार चाहें तो इस क्षेत्र में सीएसआईआर के लिए काम करने वाली कंपनियों से बस की मदद ले सकती है। इसके अलावा मनोज रावत ने कहा कि अगर सरकार के पास इसका बजट नहीं हो तो वह अपने विधायक निधि से इसका बजट देंगे।
इसके अलावा रावत ने कहा कि विजयनगर में सुबह-शाम मंदाकिनी के पार चाका, गदनु, जाखिनयल गाओं, अम्रपुरी से लगभग 250 स्कूली बच्चों के लिये रोप-वे से समय पर आना जाना संभव नही है, इसलिये 2 महीनों के लिये बस लगानी पड़ेगी अावा जाहीं के लिये।
देखना यह है क्या सरकार विधायक मनोज रावत की इस चिट्ठी से हरकत में आती है या फिर किसी अनहोनी का इंतजार करती है।यह केवल अगस्त्यमुनि क्षेत्र के हालात नहीं उत्तराखंड के बहुत से दुर्गम क्षेत्रों में रोपवे ट्रालियों का उपयोग नदी पार करने के लिए किया जाता है।