मॉक ड्रिल: कहीं भूकंप तो कहीं रासायनिक गैसों के रिसाव पर दौड़े अधिकारी

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– उत्तराखंड के चार जिलों में हुआ मॉक ड्रिल का आयोजन
 राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा ‘‘औद्योगिक क्षेत्रों में रासायनिक आपदा’’ के विशेष परिप्रेक्ष्य में बुधवार को चार जिलों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
बुधवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण और केंद्रीय गृह मंत्रालय के सहयोग से इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य राज्य के चार जनपदों हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर, नैनीताल एवं देहरादून के 40 मेजर एक्सीडेन्ट हैजर्ड (एम.ए.एच) उद्योगों, जनपद एवं राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की रासायनिक औद्योगिक आपदा के लिए तैयारी को सक्षम बनाने के उदेश्य के तहत अभ्यास किया गया।
मॉक ड्रिल में आपदा के भीषण परिदृश्य की परिकल्पना करते हुए 7.7 रिएक्टर स्केल का भूकम्प रुद्रप्रयाग जनपद के पास में दर्शाया गया। भूकम्प की जानकारी मिलते ही प्रातः 10.30 बजे राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र ने कार्य करना प्रारम्भ किया। वायरलेस के माध्यम से सूचना का आदान-प्रदान सम्बन्धित विभिन्न विभागों के नोडल अधिकारियों- एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, आईटीबीपी, खाद्य आपूर्ति विभाग, पेयजल, पशुपालन, विद्युत, वन, स्वास्थ्य, नागरिक उड्ड्यन एवं लोक निर्माण विभाग आदि तक पहुंचाया गया। सूचना पाते ही सभी नोडल अधिकारी आपातकालीन परिचालन केन्द्र सचिवालय पहुंच गये।
सचिवालय परिसर स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र में सभी प्रकार के संसाधनों एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर आरम्भ हो गया। सचिवालय के साथ-साथ जनपदों के मीडिया के माध्यम से आपातकालीन दूरभाष नम्बर 1077, 1070, 108, 104, 112, 101 काे प्रचारित किया गया। राज्य के चार जनपदों में से जनपद देहरादून की लिन्डेय ऑयल इण्डस्ट्री में जहरीली गैस का रिसाव, हिमालय ड्रग इण्डस्ट्री में प्रौपेन गैस का रिसाव दर्शाया गया। जनपद हरिद्वार में बीएचईएल, सिडकुल में  जहरीली गैस का रिसाव दर्शाया गया।
इसके अतिरिक्त आई.ओ.सी, रुड़की के बॉटलिंग प्लांट में गैस रिसाव दिखाया गया। जनपद ऊधम सिंह नगर के टाटा मोटर रूद्रपुर में गैस रिसाव दिखाया गया। साथ ही साथ जनपद नैनीताल में इण्डियन ऑयल, हल्दूचौड़ और हल्द्वानी में ऑयल टैंकर दुर्घटना का परिदृश्य प्रस्तुत किया गया। सभी विभागों ने आपसी सामन्जस्य स्थापित करके इस मॉक ड्रिल को कम समय में तुरन्त प्रतिवादन कर सफल बनाया गया। सभी जनपदों के स्टेजिंग एरिया को राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र से जोड़ा गया।
मॉक ड्रिल में मेजर जनरल (सेनि.) वी.के. दत्ता, केंद्र सरकार, वरिष्ठ कंसलटेन्ट एन.डी.एम.ए ने बताया कि यह उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की 6वीं मॉक ड्रिल का आयोजन था, जिसमें सभी विभागों के अधिकारियों ने बहुत ही कम समय में राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र में आकर आई.आर.एस. के तहत अपने दायित्वों का निर्वहन किया।
मॉक अभ्यास के दौरान आपात कालीन परिचालन केन्द्र में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी, सचिव आपदा प्रबन्धन अमित सिंह नेगी, सचिव प्रभारी एस.ए मुरूगेशन, संजय गुंजियाल आदि अधिकारियों ने अभ्यास का जायजा लिया।
इनके अतिरिक्त अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, यूएसडीएमए रिद्धिम अग्रवाल (आईपीएस) ने  मुख्य मंत्री एवं मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड को मॉक अभ्यास के दौरान सभी चार जनपदों के परिदृश्य से अवगत कराते हुए रिस्पान्स टीम की तैयारी यथा आपदा घटित के दौरान- ‘क्या करें, क्या न करें’, केमिकल आपदा के दौरान सम्बन्धित एडवाइजरी, पर्सनल प्रोटैक्टिव इक्यूपमेंट तथा गैस रिसाव को रोकने के यंत्र आदि को घटना स्थल पर पहुंचने के परिदृश्य की जानकरी दी। वीडियो कान्फ्रेसिंग में उपस्थित राज्य एवं मॉक ड्रिल अभ्यास में प्रतिभाग कर रहे जनपदीय अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए सचिव आपदा अमित नेगी ने सफल मॉक ड्रिल हेतु समस्त अधिकारियों तथा कर्मियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।