नई केदारपुरी भव्य व दिव्य होगी। गुरुवार को बाबा केदार के दर्शनों के लिए केदारनाथ पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 150 करोड़ रुपये की पांच परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने राज्य में प्राकृतिक संपदा के विकास, पर्यटन की संभावनाओं और राज्य के विकास के लिए तमाम घोषणाएं की। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार की पीठ भी थपथपाई और राज्य के विकास में केंद्र से सहयोग का वादा दोहराया।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर स्थानीय लोगों को गढ़वाली में शुभकामनाएं दीं। पीएम मोदी दिल्ली से सेना के विशेष विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, राज्यपाल डॉ. केके पॉल, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, सतपाल महाराज व वरिष्ठ भाजपा नेता तीरथ सिंह रावत ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद वे एनआई-17 से केदारनाथ के लिए रवाना हो गए। केदारनाथ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदार के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की।
प्रधानमंत्री ने स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वे पहले भी यहां आए थे और लंबे समय तक रहे, लेकिन शायद बाबा की इच्छा नहीं थी कि वे यहां रहें तो बाबा ने वापस भेज दिया। बाबा की इच्छा थी कि वे 125 करोड़ बाबाओं की सेवा करें। मोदी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में जनसेवा ही प्रभु सेवा है, इसलिए एक बार फिर बाबा के आशीर्वाद से वे देश की 125 करोड़ लोगों की आबादी की सेवा करने का संकल्प लेकर निकले हैं। उन्होंने कहा कि 2022 में आजादी के 75 साल पूरे होने पर देश का हर नागरिक हर तरह से आजाद हो, ये संकल्प है उनका। इस मौके पर उन्होंने प्राकृतिक आपदा में मारे गए देशभर के हजारों लोगों को श्रर्द्धांजलि दी।
केदारनाथ में आपदा के वक्त को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उस वक्त उन्होंने हरसंभव मदद की। अच्छा किया या बुरा यह तो इतिहास तय करेगा, लेकिन सेवा करने में सकोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि उस वक्त राज्य की सरकार से गुजारिश थी कि गुजरात सरकार केदारनाथ पुनर्निर्माण करेगी, सबने सहमति भी दी। मीडिया से भी यह समाचार फैला, लेकिन इसके बाद केंद्र सरकार में तूफान मच गया औऱ एक घंटे में ही राज्य सरकार ने घोषणा कर दी कि गुजरात से मदद नहीं ली जाएगी। लेकिन शायद बाबा ने यह तय किया था कि बाबा का यह काम इसी बेटे के हाथ से होगा। राज्य में भाजपा की प्रचंड बहुमत वाली सरकार बनी और उसी वक्त यह संकल्प ले लिया था कि बाबा केदार में भव्य पुनर्निर्माण किया जाएगा। आज इसी संकल्प के तहत पांच परियोजनाओं का शिलान्यास किया है। निर्धारित समय में ये निर्माण पूरे किए जाएंगे। श्रद्धालुओं और संतों के लिए ठोस व्यवस्था की जाएगी। धार्मिक वास्तु और प्राकृतिक आपदा से सुरक्षित निर्माण किए जाएंगे।
इन योजनाओं का किया शिलान्यास
पांच परियोजनाओं में गौरीकुंड से केदारनाथ तक मार्ग का चौड़ीकरण किया जाएगा। यहां आरसीसी से निर्माण होगा और आधुनिक सुविधाओं से मार्ग लैस होगा। मार्ग पर हर प्रहर के अनुसार भक्ति संगीत प्रसारित होगा। साथ ही मंदाकिनी के तटों का निर्माण, यात्रियों के घाटों पर बैठने की व्यवस्था, संपर्क मार्गों के निर्माण, सरस्वती नदी के तटों की सुरक्षा और घाटों का निर्माण किया जाएगा। आपदा में ध्वस्त हुए आदि शंकराचार्य की समाधिस्थल का पुनर्निर्माण किया जाएगा। इसके लिए सर्वोच्च वास्तुविद् आमंत्रित किए जा रहे हैं। इन तमाम योजनाओं में सरकार धन की कमी नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए अन्य राज्यों की सरकारों, उद्योग घरानों को भी आमंत्रित किया कि वे आगे आएं और आर्थिक मदद करें। धन होगा तो पर्यावरण का ख्याल भी रखा जाएगा और आधुनिकता के साथ मूल आत्मा को भी बनाए रखा।
सुरक्षित यात्रा के संदेश से मिला लाभ
मोदी ने कहा कि कपाट खुलने के वक्त वे इसलिए यहां आए कि देश के लोगों को संदेश दे सकूं कि बाबा केदार की यात्रा सुरक्षित है। नजीता सामने है कि चार लाख लोगों ने इस साल दर्शन किए और आगामी साल में यह आंकड़ा 10 लाख की संख्या पार करेगा। उहोंने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है, वीरभूमि है, यहां आने से कोई भी खुद को रोक नहीं पाएगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल औऱ जम्मू में हिमालय की अनुभूति अलग है, लेकिन उत्तराखंड में हिमालय दिव्य अनुभूति देता है। उत्तराखंड साहसिक खेल, आयुर्वेद, पर्यटन, धर्म, पर्यावरण समेत तमाम क्षेत्रों में अलग स्थान रखता है। प्राकृतिक संपदा के संरक्षण के लिए सरकार ठोस नीति के साथ काम कर रही है। सिक्किम का उदाहरण दिया कि किस तरह आर्गेनिक फार्मिंग के क्षेत्र में खुद को स्थापित किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड 2022 तक खुद को आर्गेनिक फार्मिंग के क्षेत्र में स्थापित करे, केंद्र सरकार साथ है। रासायनिक खादों का इस्तेमाल बंद करें। पीएम ने कहा कि सरकार की मंशा है कि पहाड़ का पानी और जवानी पहाड़ के काम आए। उन्होंने कहा कि पहाड़ के पानी का जलविद्युत परियोजनाओं, साहसिक खेलों, कृषि में इस्तेमाल किया जाएगा और जवानी यहीं रहकर और लोगों को रोजगार देगी।
राज्य सरकार की पीठ थपथपाई
मोदी ने त्रिवेंद्र सरकार की पीठ भी थपथपाई। अमित शाह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कम समय में राज्य सरकार बड़े फैसलों काे सराहा। उन्होंने कहा कि सरकार सही दिशा में काम कर रही है। सरकार ने राज्य के विकास को नई गति दी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में खुले में शौच से मुक्त हुआ राज्य, शहरी क्षेत्र भी जल्द खुले में शौच से मुक्त होगा। किसानों के लिए, युवाओं के लिए, महिलाओं के लिए और भ्रष्टाचार पर रोक के लिए सरकार ने कड़े फैसले लिए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देश का सबसे चहेता पर्यटनस्थल बने। एडवेंचर के लिए, प्राकृतिक शांति के लिए सबसे पहली पसंद बने, लोगी की दीपावली के इस मौके पर यह संकल्प लेते हैं। पर्यावरण की रक्षा जरूरी है। अगर हम प्रकृति की रक्षा करेंगे तो प्रकृति हमारी रक्षा करेगी।
प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना से मिलेगी बिजली
केदारनाथ में शिलान्यास के मौके पर पीएम ने कहा कि उज्जवला योजना के माध्यम से महिलाओं को प्रदूषण रहित रसोई मुहैया कराने के बाद देश के चार करोड़ परिवारों को बिजली मुहैया कराने का लक्ष्य सरकार ने तय किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना के तहत चार करोड़ परिवारों को बिजली मुहैया कराई जाएगी।