हरिद्वार, कांवड़ मेले की तैयारियों को लेकर मनमोहक, भव्य एवं सुन्दर कांवड़ मुस्लिम समाज उपनगरी ज्वालापुर के विभिन्न क्षेत्रों में दिन-रात तैयार कर रहे हैं। मौहल्ला कैतवाड़ा में मौहम्मद इजराइल तीस वर्षों से शिव भक्तों के लिए कांवड़ तैयार कर रहे हैं। इजराइल ने बताया कि कांवड़ मेला भाईचारा व सौहार्द तथा एकता का संदेश समाज को देता चला आ रहा है।
भारत के विभिन्न राज्यों से शिवभक्त कांवड़िए कांवड़ों में जल भरकर शिवालयों में अर्पित करते हैं। उन्होंने बताया कि, “तीन महीने से लगातार कांवड़ पूरा परिवार रात दिन तैयार करने में जुटा हुआ है। दो मंजिल से तीन मंजिल तक की भी कांवड़ बनाई जा रही है। कांवड़ की साज-सज्जा रंग-बिरंगे कपड़ों से की जाती है।”
किरण, बांस, फूल और तरह-तरह के प्लास्टिक के सजावटी सामानों से कांवड़ों को भव्य रूप दिया जा रहा है।इस वर्ष कांवड़ तैयार करने में काफी मेहनत लग रही है। कांवड़ का सामान काफी महंगा हो गया है। प्रशासन की ओर से भी कांवड़ कारीगरों को निर्देश दिए गए हैं कि अधिकांश शिवभक्त कांवड़ियों के लिए छोटी कांवड़ बनाई जाए जिससे इन्हें कोई असुविधा न हो।
इजराइल ने बताया कि, “रोजगार का धर्म से कोई लेना देना नहीं है। पूरा परिवार दिल से कांवड़ तैयार करता है। वर्ष में एक बार बड़े स्तर पर आयोजित होने वाले श्रावणी कांवड़ मेले से उन्हें अच्छा रोजगार मिल जाता है। इससे होने वाली आय से परिवार का खर्च चलता है। कांवड़ तैयार करने में जुटी समीना, फरीद व गुड्डो ने बताया कि वे वर्ष भर कांवड़ मेला का बेसब्री से इंतजार करती हैं।”
उन्होंने कहा कि, “कांवड़ बनाने में अत्यधिक मेहनत लगती है। लेकिन कांवड़ बनाने से होने वाले मुनाफा का बड़ा हिस्सा बिचौलिए ले जाते हैं। उपनगरी ज्वालापुर के कैतवाड़ा, मैदानियान, घोसियान, तेलियान, नहर पटरी मार्ग, लोधा मण्डी आदि क्षेत्रों में बड़ी संख्या में मुस्लिम महिला कारीगर कांवड़ बनाने में जुटी हुई हैं।”