मसूरी के एक कलाकार अपने रंगो से भरतें हैं मिट्टी के गुल्लकों में जान

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32 वर्षीय रईज़ अहमद बाकि सभी दुकानदारों की तरह अपना गुजारा एक छोटे से टीन शेड में प्लास्टिक व मिट्टी के सामान की दुकान लगाकर बड़ी मुश्किलों से करते हैं। मसूरी के टिहरी रोड स्थित छोटी सी दुकान में वह प्लास्टिक के खिलौने व जड़ाउ गहनें बेच कर अपने 4 सदस्यों के परिवार की जरूरतों को पुरा करते हैं। लेकिन कहते है ना किस्मत बदलते देर नही लगती ठीक ऐसा हुआ रईज़ के साथ जब उनकी एक मामूली सी टीन शेड की दुकान रातों रात कलात्मक गैलरी में तब्दील हो गई। रईज़ अहमद बताते हैं उनके खास दोस्त ‘मुकेश बान्ड’ ने उन्हें उनके बनाए हुए मिट्टी के साधारण गुल्लकों को रंगने की सलाह दी क्योंकि मुकेश को रईज़ की कला का पता था। छः महीने पहले इसकी शुरुआत हुई थी और आज वहाँ खाट पे सूखते उन रंग-बिरंगे गुल्लकों को देखे बिना वहाँ से गुजरना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
आज, रईज़ अहमद अपने काम में बहुत व्यस्त हैँ, वो घंटो अपने पेंट ब्रश और पैलेट से मिट्टी के गुल्लकों पे कलाकारी करने व उन पर रंग भरने में मशगूल रहते हैं। उन्हें एक गुल्लक को पुरा तैयार करनें मे दो से तीन घंटे लगते हैं, पर ये तैयार होकर समय और पैसा वसूल करने वाले होते हैं। ये गुल्लक पाँच साइजों में आते थे और 20 रुपये से 100 रुपये के बीच मे बिकते थे लेकिन रईज़ की कलाकारी ने इनकी खूबसूरती पर चार चाँद लगा दिया है, अब तक उन्होंने करीब दो सौ गुल्लक बेचे है जो कि 40 रुपये से 200 रुपये के बीच बिके हैं। उन्होंनें बताया कि उनके ग्राहक विदेशी पर्यटक से लेकर ऐसे लोग भी हैं जो उनके पास अपनी पसंदीदा डिजाइन के गुल्लक आर्डर से बनवाते हैं।
जल्दी ही, रईज़ की एक क्लाइंट मसूरी की सारिका भवन ने करीब दो दर्जन गुल्लक अपनी बेटी अमायरा के तीसरे जन्मदिन पर रिर्टन गिफ्ट देने के लिए खरीदा,
उन्हें यह बहुत ही अलग और खूबसूरत चीज लगी,उन्होंने इन गुल्लकों पर अमायरा के साथ उसके दोस्तों का नाम लिखवाया,इस तोहफे से बच्चे तो खुश थे ही उनके माता-पिता ने इस अलग से विचार की सराहना की।
कोई भी दो गुल्लक एक जैसे नही होते। रईज़ के बनाए हर गुल्लक अलग होते हैं, कोई रंग में अलग हैं तो किसी की बनावट, किसी का पैटर्न तो किसी का डिजाइन। अपनी रुचि के अनुसार आर्डर देने पर रईज़ अपनी कला का परिचय देते हुए गुल्लकों को ऐसे तैयार करते हैं जैसे मानो इसकी खूबसूरती के आगे महंगे से महंगे तोहफे पानी भरते हैं और ये गुल्लक आपको मजबूर कर देंगे कि आप पहाड़ो की रानी मसूरी की निशानी के तौर पर इनको अपने साथ लेकर जाए।