ऋषिकेश, मसूरी की तर्ज पर नगर पंचायत स्वर्गाश्रम जौंक प्रशासन भी नगर में आने वाले पर्यटकों के वाहनों से ईको टैक्स वसूलेगा। टैक्स से होने वाली आय को नगर में सुरक्षा कार्यों, सफाई और पर्यावण संरक्षण कार्यों पर खर्च होंगे।
अभी तक निकाय के पास अपने आय के स्रोत न होने से सरकार से मिलने वाली बजट की राह ताकनी पड़ती थी। लेकिन नगर पंचायत चेयरमैन माधव अग्रवाल ने अपने एक साल के कार्यकाल में निकाय की आय बढे़ इसके लिए बोर्ड में ईको पर्यटन शुल्क का प्रस्ताव पारित कर इसे अमलीजामा पहनाया। स्वर्गाश्रम-जौंक, लक्ष्मण झूला में हर वर्ष देशी-विदेशी पर्यटकों की आमद रहती है। वे यहां घूमने गाड़ियों से आते हैं।
नगर पंचायत अध्यक्ष माधव अग्रवाल ने बताया कि एक साल में पांच से छह लाख ईको टैक्स वसूलने का है लक्ष्य निर्धारित किया गया है, यह टैक्स लगाकर नगर पंचायत ने अपनी आय में बढ़ोतरी करने के लिए जो कदम बढ़ाया है इससे निकाय को विकास कार्यों में मदद मिलेगी। नगर में प्रवेश करने वालों प्रति दुपहिया वाहनों से 10, कार, जीप,वैन से 50, बस, टेम्पो ट्रेवलर से 100 और बसों से 150 रुपये प्रति वाहन के हिसाब से पर्यटन ईको शुल्क लिया जायेगा। अनुमान के हिसाब से निकाय प्रशसन एक साल में 5 से 6 लाख तक रुपये की वसूलेगा करेगा।
यात्रा सीजन के दौरान दो से तीन हजार बड़े-छोटे गाड़ियों की एंट्री शहर में होती है। पर्यटक यहां गंगा स्नान करने, परमार्थ निकेतन सहित अन्य घाटों पर होने वली गंगा आरती देखने आते हैं और मंदिरों में दर्शन करने और रामझूला-लक्ष्मण झूला घूमने आते हैं यहां सर्दियों के तीन माह को छोड़कर हर समय हजारों पर्यटकों की प्रति दिन आमद रहती हैं। ईको टैक्स वसूली के लिए टोल बैरियर गरुड़चट्टी-ब्राह्मपुरी मोटर पुल के पास,स्वर्गाश्रम बाघ खाले के पास लगाया जाएगा।
चेयरमैन माधव अग्रवाल ने बताया कि वे सालों से शासन से ईको टैक्स वसूली की अनुमति देने की मांग को लेकर लगे हुए थे, जो अब सफल हुआ है। 20 अक्टूबर से ईको पर्यटन शुल्क लेने का कार्य दोनों सीमाओं से शुरू कर दिया गया है। इससे प्राप्त होने वाली धनराशि को पर्यटकों के लिए किये जाने वाले सुरक्षा के उपायों में खर्च होंगे। साथ ही सफाई और पर्यावरण संरक्षण सहित अन्य विकास कार्यों में होंगे।