नैनीताल में 10 फीसद बारिश में ही नैनी झील लबालब

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नैनी झील
नैनीताल
नैनीताल । मुख्यालय सहित निकटवर्ती पर्वतीय क्षेत्रों में सुबह की शुरुआत कुछ पलों के लिए धूप के दर्शन होने से हुई, लेकिन इसके बाद से पूरा दिन बादलों से घिरा रहा और दो-तीन चरणों में अच्छी बारिश हुई।
झील नियंत्रण कक्ष के सुपरवाइर रजत पांडे ने बताया कि बारिश की वजह से 44.838 हेक्टेयर यानी 0.448 वर्ग किमी यानी आधे वर्ग किमी क्षेत्रफल और 5.66 वर्ग किमी जलागम क्षेत्र वाली नैनी झील का जल स्तर अंग्रेजी दौर से तय पैमाने पर सुबह के छह फिट 1.5 इंच से एक इंच बढ़ कर 6 फिटर 2.5 इंच हो गया, जो कि बीते दो दशकों से अधिक समय में सर्वाधिक है। उल्लेखनीय है कि जून माह के लिहाज से साढ़े सात फिट का जल स्तर होने पर झील के गेट खोल दिये जाते हैं। अभी जून का पूरा महीना बचा है, ऐसे में इस माह झील का जल स्तर इस सर्वाधिक स्तर को छूने की भी पूरी उम्मीद की जा रही है।
बताया गया है कि अब तक इस वर्ष 467 मिमी बारिश हो चुकी है, जो मुख्यालय में वर्ष 2015 में हुई सर्वाधिक वर्षा के रिकॉर्ड 4684.83 मिमी के 10 फीसद से भी कम है। झील के बढ़े जल स्तर का कारण पिछले कुछ वर्षों से नगर में पेयजल आपूर्ति में हो रही कटौती और इस वर्ष लॉक डाउन की वजह से होटलों-स्कूलों आदि के बंद होने से पेयजल की घटी खपत प्रमुख कारण मानी जा रही है। उत्तराखंड जल संस्थान के सहायक अभियंता डीएस बिष्ट ने बताया कि वर्ष 2015-16 तक वर्ष के सामान्य दिनों में 8-9 एमएलडी 16 एमएलडी पानी की आपूर्ति रोजाना की जाती थी, जबकि अब वर्ष में सामान्यतया सात एमएलडी और सीजन के दिनों में खासकर सप्ताहांत पर 10 एमएलटी तक की खपत होती है लेकिन इस वर्ष सात एमएलडी की आपूर्ति ही की जा रही है।