हरिद्वार। शक्ति की उपासना का पर्व चैत्र नवरात्र के रविवार से आरम्भ हो गए। नवरात्र के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की गई। तीर्थनगरी में नवरात्र पर उत्सव जैसा माहौल नजर आया। लोगों ने घरों में घट स्थापना कर मां की आराधना की। वहीं देवी मंदिरों में भी नौ दिनों तक चलने वाले विशेष अनुष्ठान का श्रीगणेश हुआ। तीर्थनगरी के सभी देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। लोगों ने मंदिरों में मां के दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना की। चैत्र नवरात्र को रविवार को आगाज हुआ। नवरात्र की रौनक तीर्थनगरी में एक दिन पूर्व से ही दिखाई देने लगी थी।
लोगों ने शक्ति की आराधना के लिए जमकर सामग्री खरीदी। जिस कारण बाजारों में खासी चहल-पहल दिखाई दी। रविवार को भी ऐसा ही मंजर नजर आया। प्रातः से ही लोग पूजा की तैयारियों में जुटे रहे। शहर के सभी देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की खासी भीड़ रही। सबसे अधिक भीड़ सिद्धपीठ चण्डी देवी मंदिर, मंशा देवी, हरिद्वार की अधिष्ठात्री मां माया देवी, दक्षिण काली मंदिर, शीतला माता मंदिर, महिषासुर मर्दिनी मंदिर समेत तमाम देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का दिन भर तांता लगा रहा।
देवी मंदिरों में मां की विशेष आरती हुई। मंदिरों को नवरात्र की पूर्व संध्या पर ही विशेष प्रकार से सजाया गया था। सभी देवी मंदिर जगमगाते नजर आए। लोगों ने घरों में घट स्थापना के साथ नौ दिन तक चलने वाली शक्ति की उपासना को विधि पूर्वक आरम्भ किया। अश्टमी व नवमीं तिथि एक होने के कारण इस बार नवरात्र नौ दिन की बजाया आठ दिन के ही होंगे।
फलों व फूलों के दामों में आया उछाल
नवरात्र आरम्भ होते ही फल व फूलों के दाम अचानक आसमान पर पहुंच गए। अभी तक 50 से 60 रुपये प्रति किलो बिकने वाला अंगूर 80 रुपये तक जा पहुंचा। सेव, केला आदि में भी 20 से 30 रुपये की वृद्धि देखी गई। वहीं 20 रुपये में मिलने वाली फूलों की माला अचानक 30 से 40 रुपये की हो गई।
सनातन धर्मावलबियों का चैत्र नवरात्र प्रतिपदा से नववर्ष का आरम्भ होता है। इसके चतले लोगों ने एक दूसरे को नववर्ष की बधाई दी। सोशल मीडिया पर भी बधाई देने वालों में होड़ देखी गई। मान्यता है कि आ ही के दिन सृष्टि का आरम्भ हुआ था। नवरात्र के साथ लोगों ने नववर्ष भी धूमधाम से मनाया।