शुक्रवार को आईआईटी के फिजिक्स डिपार्टमेंट में एनर्जी स्टोरेज लेबोरेटरी को स्थापित किया गया है। इस लेबोरेटरी के उद्घाटन पर आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर योगेश कुमार शर्मा ने कहा कि देश में ऊर्जा भंडारण प्रणालियों की मांग तेजी से बढ़ रही है, जिसको पूरा करने के लिए इस एनर्जी स्टोरेज लैबोरेटरी की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि बैटरी और सुपर कैपेसिटर की मांग को देखते हुए हमने आईआईटी रुड़की में इस ऊर्जा भंडारण प्रयोगशाला की स्थापना की गई है। इस प्रयोगशाला में नोआयन बैटरी और हाइब्रिड सुपरकैपेसिटर पाउच कोशिकाओं को विकसित करने का काम किया जाएगा। वहीं, अलग-अलग जगह से आए संस्थान के छात्रों को शोध प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे छात्र-छात्राएं औद्योगिक विकास के लिए इस क्षेत्र में कुछ अलग कर सकें। साथ ही यह उत्तर भारत में अपनी तरह का एक अलग केंद्र है।
प्रोफेसर योगेश कुमार शर्मा ने कहा कि पिछले आठ वर्षों से इस क्षेत्र में लगातार प्रयास किया जा रहा है, जिसका ये नतीजा है कि आज हम इस मुकाम पर पहुंच गए हैं और विभिन्न प्रकार के बैटरी सिस्टम के प्रोटोटाइप के निर्माण में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि बैटरी निर्माण की इस अत्याधुनिक सुविधा का उपयोग करते हुए, हम बैटरी में 2,200 एमएएच भंडारण क्षमता का उत्पादन करने में सक्षम है।