ओमिक्रोन वायरस के साए में नव वर्ष के स्वागत की तैयारी

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    बीते वर्ष कोरोना वायरस संक्रमण के साए में नव वर्ष का स्वागत फीका रहा था। इस बार पूरे वर्ष संक्रमण से राहत महसूस की गई, लेकिन अब ओमिक्रोन वायरस के बढ़ रहे मामलों ने सभी की चिंता बढ़ा दी है। मुनिकी रेती कौड़ियाला ईको टूरिज्म जोन सहित पौड़ी के हैवल घाटी क्षेत्र में नए वर्ष के स्वागत के लिए विशेष तैयारियां की जाती है। इस नए वायरस की दस्तक ने सभी के कदम धीमे कर दिए हैं। जिसका असर नव वर्ष के लिए आने वाली बुकिंग पर भी पड़ रहा है। सामान्य दिनों की तुलना में इस बार बुकिंग धीमी है।

    मुनिकी रेती कौड़ियाला ईको टूरिज्म जोन सहित पौड़ी का हैवल घाटी क्षेत्र दिल्ली हरियाणा पंजाब और पश्चिम उत्तर प्रदेश के पर्यटकों की पसंदीदा जगह रहा है। यहां कैंपिंग राफ्टिंग का लुत्फ उठाने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। जब संक्रमण नहीं था तब संबंधित क्षेत्र के सभी होटल रिजोर्ट में नव वर्ष के स्वागत के लिए विशेष तैयारियां की जाती थी। पर्यटकों के लिए गीत संगीत सहित पारंपरिक व्यंजन की विशेष व्यवस्था की जाती थी।

    इस वर्ष थोड़ा स्थिति सामान्य हुई तो पर्यटन कारोबार फलने फूलने लगा। अक्टूबर माह में ओमिक्रोन वायरस की दस्तक के बाद वर्तमान में देश में इस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। जनपद देहरादून में प्रशासन की ओर से रात दस बजे बाद सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ पर रोक लगा दी गई है। शासन की ओर से जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में हालात एवं परिस्थिति के मुताबिक निर्णय लेने का अधिकार दिया गया है।

    हालांकि जनपद टिहरी गढ़वाल और पौड़ी गढ़वाल से संबंधित इन क्षेत्रों के लिए प्रशासन की ओर से अभी कोई दिशानिर्देश जारी नहीं किए गए हैं। जिस हिसाब से नए वायरस के मामले बढ़ रहे हैं उनको देखते हुए पर्यटन व्यवसायी सहमे हुए हैं। इस कारण वह नव वर्ष की तैयारी पर खुलकर व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं। पूरे देश में नए वायरस के मामलों को देखते हुए बाहर से आने वाले पर्यटकों ने भी अपने कार्यक्रम स्थगित करने शुरू कर दिए हैं। यहां के कैंप, रिजोर्ट और होटल में नव वर्ष के लिए अक्टूबर माह में बुकिंग का सिलसिला शुरू हुआ था मगर, अब कई लोग बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं।

    राजा जी पार्क क्षेत्र प्रशासन ने भी की सख्ती-

    राजाजी टाइगर रिजर्व क्षेत्र की गौहरी और चीला रेंज में पार्क प्रशासन की ओर से सख्त हिदायत जारी की गई है। रेंज अधिकारी धीर सिंह के मुताबिक वर्तमान में शीतकाल के दौरान गुलदार और हाथियों की आमद सड़कों पर बढ़ गई है। बैराज से लक्ष्मण झूला जाने वाले मार्ग पर शाम 5:30 बजे के बाद प्रवेश वर्जित कर दिया गया। क्षेत्र में स्थित जितने भी कैंप और रिजोर्ट है, उन्हें निर्देशित किया जा चुका है कि वह अपने यहां आने वाले पर्यटकों को गाइडलाइन का पालन कराना सुनिश्चित करें। अपने परिसर से बाहर किसी तरह का कोई आयोजन होता है तो कार्रवाई होगी। पार्क क्षेत्र में जंगल कैंप की इजाजत नहीं दी गई है।

    700 होटल रिजोर्ट की तैयारी प्रभावित-

    जनपद टिहरी गढ़वाल के तपोवन क्षेत्र में करीब 400 होटल और रिजोर्ट स्थित हैं। जनपद पौड़ी गढ़वाल के केवल घाटी क्षेत्र मोहन चट्टी, फूल चट्टी, गरुड़ चट्टी आदि क्षेत्र में करीब 300 कैंप और रिजोर्ट है, जिनके यहां नव वर्ष पर विशेष तैयारियां की जाती है। जिसके लिए पर्यटकों को विशेष पैकेज के साथ तरह-तरह व्यंजन और रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करने की व्यवस्था की जाती है। शासन और प्रशासन यदि और सख्त होता है तो इन सब के कारोबार पर इसका सीधा असर पड़ेगा।

    होटल व्यवसायी रवि भंडारी ने कहा कि पूरे वर्ष कारोबार को लेकर उत्साहित थे। राफ्टिंग और होटल, रिजोर्ट में रहने के लिए कई राज्यों से पर्यटक आ रहे थे। ओमिक्रोन वायरस की दस्तक से व्यवसाय पर असर पड़ा है। होटल की बुकिंग की गति धीमी हुई है। अगले कुछ दिनों में इसमें सुधार की उम्मीद की जा रही है।