गोपेश्वर। रुद्रप्रयाग जनपद के नगरासू के पास स्वास्थ्य सुविधा न मिलने के अभाव में सडक पर ही प्रसव के दौरान हुए कथित नवजात शिशु की मौत के मामले को लेकर चमोली जिले के व्यापारियों व आम जनता ने गुरुवार को प्रदर्शन कर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के विरोध में जमकर नारे बाजी करते हुए जुलूस प्रदर्शन कर जिलाधिकारी चमोली से मामले की जांच करने की मांग की। दूसरी ओर डाक्टरों ने प्रदर्शन के विरोध में सांकेतिक कार्यबहिष्कार शुरू कर दिया है।
जिलाधिकारी को दिए गये ज्ञापन में कहा गया है कि चमोली जिले के विकास खंड घाट के घुनी गांव निवासी मोहन सिंह की गर्भवती पत्नी नंदी देवी को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय गोपेश्वर लाया गया था, जहां से चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे हायर सेंटर श्रीनगर के लिए रैफर कर दिया। इस दौरान बुधवार को रूद्रप्रयाग जनपद के नगरासू के आसपास महिला ने सडक के किनारे शिशु को जन्म दिया जिसकी बाद में मृत्यु हो गई। इस पर गुरूवार को व्यापार संघ चमोली व अन्य राजनैतिक दलों के साथ ही स्थानीय लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग चमोली के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच की बात उठायी गई। इधर जिलाधिकारी चमोली का कहना है कि मामले की जांच उपजिलाधिकारी के माध्यम से करवायी जायेगी। वहीं जिला चिकित्सालय के विरोध में प्रदर्शन किये जाने पर चिकित्सकों सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारियों ने सांकेतिक कार्यवहिष्कार किया। प्रदर्शन करने वालों में अनूप पुरोहित अंकोला, आयुष चौहान, अनूप रावत, अरविंद नेगी, पुष्पा रावत, प्रकाश तिवारी, सूर्यप्रकाश पुरोहित आदि मौजूद थे।