एन एच घोटाले की खुलती परत

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किच्छा, मे राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण के लिए अधिग्रहण की गई जमीन के मामले में कृषि भूमि को गैरकृषि दर्शाकर किए गए घोटाले की चल रही जांच के बीच दलालों व विभागीय अधिकारियों की सांठ गांठ के चलते नया घोटाला प्रकाश में आया है। अधिकारियों ने दलालों के साथ मिली भगत कर भू-स्वामियों से अधिग्रहण की गई भूमि का रकबा कम करते हुए करोड़ों रुपये का लाभ दलालों को देने का काम किया है।

जहां एक ओर अधिग्रहण की गई भूमि के वास्तविक भू स्वामी अपने हक की लड़ाई के लिए अधिकारियों के दफ्तरों में  चक्कर लगाकर घोटाले की निष्पक्ष जांच कराने को भटक रहे हैं  वहीं दूसरी ओर पूरे मामले में अधिकारियों की शह पर कुछ दलाल करोड़ों का खेल खेलने की तैयारी कर रहे हैं। इसी मामले में कई ऐसे पात्र ग्रामीण भी हैं जिनकी भूमि प्रशासन द्वारा अधिग्रहण तो की गयी है परन्तु मुआवजे के लिए प्रशासन द्वारा जारी की गई सूची में उनका नाम नहीं है। मामले को लेकर क्षेत्र के तमाम ग्रामीण व पीडि़त भू स्वामी लामबंद हो रहे हैं। उन्होंने आर पार की लड़ाई लडऩे का ऐलान कर दिया है।

राष्ट्रीय राजमार्ग 74 के किच्छा-सितारगंज मार्ग स्थित ग्राम उत्तम नगर, हथमना  क्षेत्र में सड़क चौडीकरण के लिए अधिग्रहण  की गई भूमि में नया मामला प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि ग्राम उत्तम नगर में अधिकारियों ने अधिग्रहण की गई तमाम ग्रामीणों की भूमि  का रकबा  करीब चार से आठ गुना कम कर उक्त भूमि का मालिक अपने चहेतों को दर्शाकर उन्हें करोड़ों को लाभ पहुंचाने का काम कर दिया है। पीडि़त ग्रामीणों का आरोप है कि उनके द्वारा कई बार इस संबध में प्रशासन के तमाम आला अधिकारियों को लिखित शिकायत देते हुए मामले की निष्पक्ष जांच व कार्यवाही की गुहार लगाई गई है, परन्तु अधिकारियों द्वारा उनकी शिकायत की लगातार अनदेखी कर भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन द्वारा मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही न की गई तो वे उग्र आंदोलन से भी पीछे नहीं हटेगें और क्षेत्र में चौड़ीकरण का निर्माण कार्य नहीं होने दिया जाएगा। ग्राम उत्तम नगर के बैंकेट हॉल में ग्रामीणों की सम्पन्न हुई बैठक में आर पार की लड़ाई लडऩे तथा उग्र आन्दोलन की रूप रेखा तैयार की गई।  ।