देहरादून, “सतगुरु का वचन रब्बी वचन होता है, जिससे हमारे जीवन में नई दिशा मिलती है। जो सतगुरु पर विश्वास करते हैं, उनके जीवन में हर पल ज्ञान के उजाले से ही अन्धेरा मिटता है।” सन्त निरंकडल के तत्वावधान में आयोजित विशाल सन्त समागम में हरिद्वार बाईपास भवन परसत्संग कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मेरठ के जोनल इंचार्ज पूज्य भूपेन्द्र सिंह ने प्रवचन करते हुए यह उद्गार व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि, “प्रभु परमात्मा ही सत्य है। यही हमेशा रहने वाला है। इसी को सत्य की संज्ञा दी गयी है क्योंकि यह कल भी सत्य था, आज भी सत्य है और आगे भी सत्य रहने वाला है। इसमें कोई तब्दीली नहीं होती।”
भूपेंद्र सिंह ने अपने विचारों में आगे कहा कि जो सेवा-सुमिरन-सत्संग करते है, वह हमेशा निरंकार परमात्मा के साथ अपनी आत्मा का नाता जोड़कर रखते है। उनके जीवन में काम-क्रोध-मोह-लोभ के विकार दूर होते चले जाते है। जीवन में दया, करुणा, प्रेम, नम्रता के गुणों की उत्पत्ति होती है। सतगुरु के वचन हमें सुमिरन के साथ जुड़ने में भय सन्ताप से मुक्त करते है। जो हमें भक्ति मार्ग में सही दशा की तरफ लेकर जाते है।
सत्संग समापन से पूर्व अनेकों सन्तों भक्तों ने गीतों, प्रवचनों, गढ़वाली, नेपाली, हिन्दी, पंजाबी, कुमाउंनी, भाषा का सहारा लेकर समस्त संन्तों को निहाल किया। सेवादल के भाई बहनों ने भी समस्त सेवाओं को सुन्दर रूप दिया। मंच का संचालन विजय रावत जी ने किया।