देहरादून, उत्तराखंड बीजेपी जब से त्रिवेंद्र रावत मय हुई है तब से विधायकों और सांसदों में राज्य के मुखिया से दूरियां बननी शुरू हो गई थी। त्रिवेंद्र रावत के 11 महीने के कार्यकाल में भाजपा के अंदर एक नए सियासी तूफान के आसार बढ़ने लगे हैं जिसका संकेत पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक के घर में चाय पर चर्चा नाम से आयोजित की गई टी-पार्टी में सामने नजर आया।
जिसमें उत्तराखंड भाजपा के सियासी महारथी एक दूसरे के साथ बडी आत्मीयता के साथ मिलते हुए नजर आए, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश और विजय बहुगुणा के समर्थक विधायक बड़ी संख्या में निशंक की चाय पर चर्चा करते हुए नजर आए । बीते कुछ महीनों से उत्तराखंड भाजपा के सियासी हालात मे कहीं ना कहीं तल्खी सी नजर आती दिखी है, जो पार्टी को अंदर जन्म लेते नये समीकरणों की तरफ़ भा इशारा करती है।
हालांकि प्रदेश अध्यक अजय भट्ट ने इसे एक औपचारिक भेट वार्ता करार देकर सब कुछ सामान्य है वाला बयान दे डाला। मज़े की बात यह रही कि त्रिवेंद्र सरकार में आए नए-नवेले कांग्रेसी विधायक किस चर्चा में सबसे ज्यादा सम्मलित हुए, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश के निशंक के साथ शुरु में रिश्ते अच्छे नहीं माने जाते थे लेकिन शिव प्रकाश की मौजूदगी भी इन पुराने रिश्तो में अब नयापन लेकर उत्तराखंड की राजनीति में नया गुल खिलाने के संकेत दे रही है।
इस चाय के गर्म प्याले के उबाल से यह संदेश यह संदेश तो साफ़ है कि भाजपा के धुरंधर नेताओं के मन में कुछ ना कुछ तो जरुर चल रहा है जो आने वाले दिनों में रंग दिखाएगा