नोटबंदी से देहरादून का बाजार हुआ फीका,व्यापार में गिरावट

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नोटबंदी के 12 दिन बीत चुके हैं। इस अंतराल में शहर के बाजारों में व्यापार नाममात्र का रह गया है। जहां पहले रोजाना करीब 100 करोड़ का व्यापार होता था, वहीं अब यह 20 करोड़ पर आ गया है। दुकानों पर ग्राहक तो आ रहे हैं, लेकिन दुकानदारों के पास उन्हें खरीदारी पर लौटाने को छोटे नोट नहीं हैं। नोट बंदी के शुरुआती दिनों में ग्राहक पुराने नोट लेकर ही खरीदारी करने पहुंचते रहे। दो हजार का नोट आने के बाद भी व्यापारियों की समस्या कम नहीं हुई।

पुराने नोट बंद होने का दून के व्यापार पर खासा असर पड़ा है। छोटे नोट की कमी और नई करेंसी का चलन न बढ़ने के कारण व्यापार 20 फीसद रह गया है। हालांकि, व्यापारियों को उम्मीद है कि करेंसी की कमी दूर होने के बाद इस माह के आखिर तक बाजार में गति आएगी। वे इस उम्मीद में भी हैं कि बाजार में जल्द ही 500 का नया नोट उपलब्ध हो जाए ताकि ग्राहकों की मांग के अनुरूप उन्हें पैसा लौटाया जा सके।वजह है छोटे नोटों की कमी। बाजार में दो हजार के नोट का चलन बढ़ने से व्यापार भी थोड़ा गति पकड़ने लगा है।

व्यापार पर काफी असर पड़ा है। आने वाले दिनों में इसमें सुधार की उम्मीद है। नई करेंसी का चलन बढ़ने में समय लगेगा। उम्मीद हैं कि 500 का नया नोट भी जल्द मार्केट में आएगा, इससे बाजार में भी गति आएगी।