हरिद्वार, चालीस वर्ष पूर्व शुरू की गई मंसा देवी और चण्डी देवी रोप-वे परियोजना के बाद हरिद्वार में जल्द पर्सनालाइज्ड रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कॉरिडोर परियोजना के तहत पॉड कार दौड़ेगी।
सरकार की तरफ से मंत्री मदन कौशिक और दिल्ली मेट्रो रेल कारर्पोरेशन के बीच अनुबन्ध पत्र पर हस्ताक्षर किया गया। चार माह के भीतर में अध्ययन कर इस परियोजना का डीपीआर तैयार किया जाएगा। सीसीआर में दिल्ली मेट्रो रेल कारर्पोरेशन के अधिकारी, ऊषा ब्रेकों कम्पनी के अधिकारी द्वारा पर्सनलाइज्ड रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कॉरिडोर और रोपवे को लेकर पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन दिया दिया गया।
प्रदेश के शहरी विकास एवं आवास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि पर्सनलाइज्ड रैपिड ट्रांजिट सिस्टम और रोपवे परियोजना का उद्देश्य हरिद्वार में एक ऐसी सरल,सुगम यातायात प्रणाली को स्थापित करना है, जिससे पर्यटक यात्री हरिद्वार दर्शन का लाभ ले सके। उन्होंने कहा कि यह परियोजना हरिद्वार जनपद के लिए बड़ी सौगात है। जनपद के लिये मील का पत्थर साबित होगी। इसके अतिरिक्त ऋषिकेश में भी गंगा के आर-पार रोपवे परियोजना चलाई जायेगी।
11 स्टेशन के लिए चलाई जायेंगी
पर्सनालाइज्ड रैपिड ट्रांजिट सिस्टम कॉरिडोर 8 किमी हरकी पैडी से सीतापुर,ज्वालापुर तक 11 स्टेशन के लिये चलाई जायेंगी।
बैट्री से संचालित होगी लेजर गाइडेड सिस्टम
यह बैट्री से चलने वाला लेजर गाइडेड सिस्टम है जो एक पाॅड सिस्टम या कार की तरह है, जिसमें छह यात्री बैठ सकते हैं। पांच मीटर की रेडियस में चलने वाले इस परियोजना का रख रखाव खर्च बहुत कम है। भारत में पहली पॉड टैक्सी का संचालन हरिद्वार में किया जाएगा।
ऊषा ब्रेकों वॉइस प्रेसीडेंट डॉ तरुण सिंघल प्रोजेक्ट जेपी सिंह, रोपवे को प्रेजेंट किया तथा दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर बिजिनेस डेवलपमेंट सोम दत्त शर्मा पर्सनालाइज्ड रैपिड ट्रांजिट सिस्टम को प्रेजेंट किया। पर्सनालाइज्ड रैपिड ट्रांजिट सिस्टम और रोप-वे परियोजना को दिल्ली मेट्रो रेल कारर्पोरेशन बनाएगी।