कोलकाता, कहते हैं कि सारे तीर्थ बार बार और गंगा सागर एक बार। पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना समुद्र तट पर उस जगह स्नान का विशेष महत्व है, जहां गंगा समुद्र से मिलती हैं। इस पावन स्नान के लिए देश-दुनिया से लाखों प्रार्थी हर साल यहां पहुंचते हैं। इस बार पश्चिम बंगाल सरकार ने इस पुण्य स्नान को देश-दुनिया में लाइव पहुंचाने की विशेष व्यवस्था की है। एक मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च किया गया है जिसका नाम है “ई-दर्शन”।
इस एप्लीकेशन के जरिए दुनिया में कहीं से भी कोई भी व्यक्ति गंगासागर मेले में पुण्य स्नान की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकेंगे। यह राज्य सरकार के तथ्य सूचना और संस्कृति विभाग की ओर से स्ट्रीम किया जाएगा। खास बात यह है कि यह पहली बार है कि विभिन्न बफर क्षेत्रों में लगभग 100 एलईडी स्क्रीन स्थापित की जा रही हैं। जहां भी लंबी लाइन लगी रहेगी वहां एलईडी स्क्रीन पर लोग पुण्य स्नान को भी देख सकेंगे और अन्य तैयारियों को भी। कोई भी ई-दर्शन ऐप के माध्यम से गंगाजल का एक पैकेट ऑर्डर कर सकता है, जो दिए गए पते पर पहुंचा दिया जाएगा। मेले में होने वाले कार्यक्रमों को इस ऐप के माध्यम से लाइव-स्ट्रीम किया जाएगा।
यह ऐप पांच अलग-अलग भाषाओं में मेले के आयोजन स्थल से परिवहन के साधनों की जानकारी के साथ आता है। इसमें ज्वार का समय भी होगा। बाबाघाट से गंगासागर जाने वाले तीर्थयात्रियों की मदद के लिए, पथदिशा के समान एक अलग ऐप भी लॉन्च किया जा रहा है। यह ऐप उस स्थान के बारे में जानकारी प्रदान करेगा कि वे वर्तमान में किस पुलिस स्टेशन के अंतर्गत हैं, उन्हें थाने का फोन नंबर और परिवहन के साधन उपलब्ध हैं, जो उन्हें सागर द्वीप तक पहुंचने के लिए उपलब्ध हैं। इस साल, यह सुनिश्चित करने के लिए कि दूरदराज के द्वीपों पर इंटरनेट से कनेक्ट करने में कोई समस्या नहीं है, क्योंकि सागरतट पर 25 वाईफाई ज़ोन होंगे।