निकाय चुनाव की तैयारी के बीच वीवीआइपी दौरे, दिवाली और राज्य स्थापना दिवस ने अफसरों को टेंशन बढ़ा दी है। सभी कार्यक्रम सफल और सही सलामत निपटे, इसे लेकर जनपद से लेकर शासन तक तैयारी चल रही हैं। खासकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर अफसर ज्यादा चिंतित नजर आ रहे हैं।
प्रदेश में हर माह वीवीआइपी कार्यक्रम ही नहीं बल्कि वीवीआइपी का आवागमन हो रहा है। खासकर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के दौरे यहां आम बात हो गए हैं। कुछ माह पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हरिद्वार और देहरादून पहुंच थे। मगर, तीन और चार नवंबर को उनका दौरा दोनों जिलों में लगा है। इसी तरह पिछले माह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन्वेस्टर समिट में शामिल हुए थे।
प्रधानमंत्री का भी दिवाली से एक दिन पहले केदारनाथ धाम का कार्यक्रम प्रस्तावित हैं। इस बीच पांच नवंबर को धनतेरस की खरीदारी, छह व सात को दिवाली का पर्व है। यही नहीं नौ नवंबर को भाईदूज के साथ ही राज्य स्थापना दिवस मनाया जाएगा। इसे लेकर पुलिस से लेकर प्रशासन के अधिकारी तैयारी में जुटे हैं। ऊपर से निकाय चुनाव की तैयारी भी हर दिन अफसरों को टेंशन में डाले हुए है। इन सब के बीच व्यवस्थाएं, सुरक्षा और सुविधाएं जुटाने की चुनौती कम नहीं है।
चुनाव तक छुट्टी पर लगाई रोक
जिलाधिकारी एसए मुरूगेशन का कहना है कि निकाय चुनाव की तैयारी और वीवीआइपी ड्यूटी के चलते सभी अफसरों और कार्मिकों की छुट्टी रद्द की गई है। अति आवश्यक छुट्टियां ही मंजूर की जाएगी। उन्होंने कहा कि बड़े पर्व, त्योहार और वीवीआइपी दौरों के आयोजन में दिनरात तैयारी की जा रही है।
कब क्या है-
- 1 नवंबर को राष्ट्रपति की तैयारी को बैठक
- 2 नवंबर को राष्ट्रपति की फ्लीट रिहर्सल
- 3 नवंबर को राष्ट्रपति का देहरादून आगमन
- 4 नवंबर को राष्ट्रपति की रवानगी
- 5 नवंबर को धनतेरस पर्व
- 6 नवंबर को प्रधानमंत्री का कार्यक्रम
- 7 नवंबर को दिवाली का पर्व
- 8 नवंबर को गोवर्धन पूजा
- 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस /9 नवंबर को भैयादूज पर्व
- 10 नवंबर से चुनाव प्रशिक्षण शुरू