उत्तराखंड कांग्रेसः लद गए हैवीवेट प्रभारियों के दिन

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उत्तराखंड कांग्रेस
-अंबिका सोनी, आजाद, वीरेंद्र सिंह रह चुके हैं प्रदेश प्रभारी
-अनुग्रह नारायण सिंह के बाद अब देवेंद्र यादव पर दायित्व
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रभारी पद पर नियुक्ति को लेकर हाईकमान अब एक अलग तरह की सोच से काम कर रहा है। हैवीवेट प्रभारियों के दिन अब शायद लद चुके हैं। हाईकमान अब ऐसा प्रभारी नियुक्त करने को तरजीह दे रही है, जो कि भले ही बहुत चर्चित चेहरा न हो, लेकिन संभावना जगाता हो। हालांकि अनुग्रह नारायण सिंह के रूप में उसका यह प्रयोग असफल साबित हुआ है। अब नए प्रभारी देवेंद्र यादव कितना सफल हो पाते हैं, ये देखने वाली बात होगी।
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रभारियों के इतिहास पर नजर दौड़ाएं, तो गुलामनबी आजाद, अंबिका सोनी से लेकर चैधरी वीरेंद्र सिंह जैसे नेताओं के नाम उभरते हैं, जिनका केंद्रीय राजनीति में जलवा रहा। गुटबाजी की समस्या से हमेशा पीड़ित रही उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं को काबू करने में इन प्रभारियों का अपेक्षाकृत बड़ा कद हमेशा मददगार साबित हुआ, हालांकि ये भी सच्चाई है कि गुटबाजी किसी के कार्यकाल में खत्म नहीं हुई।
अंबिका सोनी के प्रभारी पद से हटने के बाद दो साल पहले सभी का मानना था कि कोई हैवीवेट नेता ही उत्तराखंड का प्रभारी बनेगा, मगर अनुग्रह नारायण सिंह का नाम सामने आया, तो सभी का चैंकना लाजिमी रहा। अनुग्रह भले ही इलाहबाद के चार बार विधायक और राहुल गांधी के करीबी थे, लेकिन एक प्रभारी के तौर पर उनका बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं बन पाया। एक तरफ हरीश रावत सरीखे दिग्गज का गुट, तो दूसरी तरफ, प्रीतम सिंह और डा इंदिरा ह्दयेश की जोड़ी और उनके समर्थक रहे। इनके बीच में अनुग्रह नारायण सिंह पूरा समय संघर्ष करते रहे, लेकिन सफल नहीं हो पाए।
राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बचाने के अभियान में अपनी खास भूमिका से देवेंद्र यादव का कांग्रेस में कद जरूर बढ़ा है, लेकिन उनका नाम उस उत्तराखंड कांग्रेस में अब भी उत्साह जगा पाने में विफल है, जो कि कई हैवीवेट प्रभारियों को पूर्व में देख चुकी है। कांग्रेस के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हरीश रावत और इंदिरा ह्दयेश जैसे बडे़ नेताओं को काबू में करने के लिए हाईकमान को कम से कम इनके स्तर के नेता को तो प्रभारी बनाना चाहिए था। वैसे, कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि देवेंद्र यादव के तौर पर एक युवा और सामथ्र्यवान प्रभारी उत्तराखंड कांग्रेस को मिला है। 2022 के चुनाव में कांग्रेस शानदार प्रदर्शन करेगी।