ऋषिकेश का एक और जवान, 28 वर्षीय प्रदीप रावत उड़ी सेक्टर ने हुआ शहीद, 2 मार्च को छुट्टी बिताकर गया था वापस। पिता कुंवर सिंह और दो चाचा आर्मी से सूबेदार रिटायर हुये थे।
उत्तराखंड एक और लाल ने आतंकवादियों से लड़ते हुए अपनी जान देश पर नन्यौछावर कर दी है। उत्तराखंड के ऋषिकेश में सोमेश्वर नगर के रहने वाले वीर जवान प्रदीप रावत जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए। प्रदीप रावत अपने पिता की इकलौती संतान है और और उनकी पत्नी गर्भवती है। गंगानगर मूल निवासी बराई गांव (बमुड़)पट्टी दोगी के प्रदीप सिंह रावत 4 गढ़वाल राइफल में कार्यरत थे।
विगत 2 माह में ऋषिकेश के तीसरे जवान की शहादत है। प्रदीप रावत, सुपुत्र रिटायर्ड सूबेदार कुवर सिंह रावत, श्रीगंगानगर निवासी, ऋषिकेश का विवाह अभी हुआ था। अपने सुपुत्र के बारे में बताते है कि, “इकलौते बेटे ने सेना में जाने की इच्छा जताई तो रोका नहीं सोचा पूरा खानदान ही सेना से है तो मेरा इकलौता है तो क्या हुआ लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था।”