प्‍याज की कीमत में लगी आग, 150 रुपये किलो तक पहुंचा खुदरा भाव 

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आम आदमी की थाली से दूर हो रही प्‍याज की आसमान छूती कीमत पर अगले हफ्ते लगाम लग सकती है। राजधानी दिल्‍ली और एनसीआर में जहां प्‍याज 110 रुपये किलो के भाव बिक रही है वहीं देश के अन्‍य हिस्‍सों में प्‍याज की कीमत 150 रुपये किलो तक पहुंच गई है।
एशिया की सबसे बड़ी थोक मंडी आजादपुर में प्‍याज के थोक आढ़ती एचएस भल्‍ला ने ‘हिन्‍दुस्‍थान समाचार’ से बातचीत में बताया कि गुरुवार को प्‍याज का थोक भाव 60 रुपये से लेकर 75 रुपये किलो रहा। हांलाकि, केंद्र सरकार ने इसकी बढ़ती हुई कीमत को देखते हुए विदेश से प्‍याज आयात करने का फैसला किया है, जिसके तहत 10 दिसम्बर तक विदेश से 1.10 लाख टन प्याज 10 दिसम्बर से आनी शुरू हो जाएगी। सरकार ने यह प्याज 52 से 55 रुपये प्रति किलो के भाव में मंगवाया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुंबई के जेएनपीटी बंदरगाह पर 10 दिसम्बर को 1160 टन प्याज की पहली खेप उतरेगी, जिसे पूरे देश में भेजा जाएगा। सूत्रों ने बताया कि 17 दिसम्बर तक 1450 टन, 24 दिसम्बर तक 2030 टन और 31 दिसम्बर तक 1450 टन प्याज मुंबई के बंदरगाह पर आ जाएगी। इसके अलावा देश के दूसरे राज्यों के बंदरगाहों पर भी विदेश से आयातित प्याज उतरेगी।
उल्‍लेखीनीय है कि देश में प्याज की कुल उपज का करीब 30 फीसदी हिस्‍सा मुख्‍य उत्‍पादक राज्‍य महाराष्ट्र का है। दरअसल कर्नाटक, गुजरात, राजस्‍थान और मध्‍य प्रदेश में भी प्‍याज की खेती बड़े पैमाने पर होती है। बेमौसम बारिश की वजह से इन राज्‍यों में प्याज की पैदावार पर इस साल बुरा असर पड़ा। गौरतलब है कि पिछले साल महाराष्ट्र में प्याज की कुल उपज 80.47 लाख टन थी, जो इस साल 65 लाख टन रह गई है। इस साल प्याज की उपज 15.47 लाख टन कम हुई है।