मिसाल: कैसे किसानों को आत्मनिर्भर कर रहा है ऑर्गेनिक गढ़वाल

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उत्तराखंड से लगातार हो रहा पलायन न केवल एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा है बल्कि राज्य की एक दुखद सच्चाई भी है। हमारी कोशिश रहती है आपको लगातार उन अकेली लेकिन दमदार कोशिशों से रूबरू कराना जो पलायन को चुनौती दे रही हैं। ऐसी ही एक कोशिश की है 24 साल के विवेक भंडारी ने।पीपलीथ गांव से पलायन को रोकन और रिवर्स माइग्रेशन के लिए विवेक ने कदम आगे बढ़ाए और फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा। विवेक अपने गांव पीपलीथ में पलायन रोकने के लिए अपने प्रयासों के लिए जाने जाते हैं। विवेक ने ऑर्गेनिक गढ़वाल नाम से एक ब्रॉंड की शुरुआत की जिसमे इन्होने पहाड़ की क्षेत्रीय फसलों को मार्केट मे लाने का प्लेटफॉर्म दिया। उत्तराखंड के दूर दराज़ गांवो मे होने वाली फसलों को मार्केट मे उतारने का एक प्लेटफॉर्म देने के साथ ही उन किसानो को एक मौका दिया जो मार्केटिंग की कमी के कारण महंगी फसलों से आर्थिक लाभ लेने से चूक जाते हैं। ऑर्गेनिक गढ़वाल ने ऐसे कुछ एनजीओ के साथ टाईअप किया है जो दूर-दराज़ के गांव में किसानो को नई तकनीक से फसल उगाने,फूड प्रोसेसिंग और लोकल फसलों को उगाने के बारे मे जानकारी देते है।

vivek bhandari

ऑर्गेनिक गढ़वाल के बारे में बात करते हुए विवेक भंडारी ने कहा कि “अपने इस ब्रॉंड के जरिए हम ऐसे लोगो से जुड़ना चाहते हैं जो अपने काम के जरिए समाज मे अलग पहचान बनाना चाहते हैं और जिन्हे अपना काम मार्केट तक पहुंचाने मे परेशानी हो रही है। हम ऐसे लोगों को एक प्लेटफॉर्म दे रहे है जिसकी वजह से उनके प्रोडक्ट की डिमांड बढ़ रही है और मार्केट के हिसाब से स्टैंडर्ड पैकिंग और ब्रांड से उनको अपने प्रोडक्ट का सही मुनाफा मिल रहा है। गौरतलब है कि अपने सबसे बड़े प्रयोगों में से एक इस ब्रैंड ने पिछले साल  ”क्यारकि गांव” में कैश क्रॉप और एग्जॉटिक फसल चिया की एक खेप को सफलतापूर्वक उगाया है,जिसकी डिमांड ना केवल देश में बल्कि विदेश मे भी काफी है। और इस साल गर्मियों मे इसे 1000 हेक्टेयर में उगाने का लक्ष्य है।

विवेक ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ऋषिकेश से करने के बाद बी.कॉम, एलएलबी की पढ़ाई की है। इसके साथ कंपनी सेक्रेटरी का कोर्स करते हुए विवेक को ये आइडिया आया और वो सीएस की पढ़ाई आखिरी साल में छोड़ कर वापस अपने घर अपने पहाड़ आ गए और पलायन को रोकने के लिए काम करना शुरु कर दिया। उनके द्वारा शुरू किये गये इस  लघु उद्योग से गांव के सेंकड़ो लोगों को रोजगार मिल रहा है।

organic garhwall

ऑर्गेनिक गढ़वाल शुरु करने के पीछे के कारण पर विवेक कहते हैं कि “मुझे हमेशा एक बात परेशान करती थी कि लोग पलायन क्यों कर रहे हैं और फिर जब मैने गहराई से इस बात को सोचा तो जवाब था रोज़गार के लिए। उसी दिन मैने यह सोच लिया कि अपना कुछ काम करुंगा और अगर मेरे ऐसा करने से 10 लोग भी गांव वापस आते है तो उससे बेहतर कुछ नही होगा।”

शुरुआती दौर में अपना काम शुरु करना विवेक के लिए आसान नही था। अपने शुरुआती दिनों के संघर्ष को याद करते हुए विवेक कहते हैं कि “पलायन रोकने के साथ-साथ मेरी सोच थी कि किसानो को नई तकनीक के माध्यम से खेती करना सिखाना लेकिन इसे करते हुए काफी परेशानियो का सामना करना पड़ा। गांव-गांव जाकर वर्कशॉप, लोगों से मिलने के बाद इसपर काम शुरु हुआ। सब होने के बाद भी मार्केट मे लोगों ने हमारी फसल खरीदने से इंकार किया और तब हमने अपना ब्रांड आर्गेनिक गढ़वाल शुरु किया ताकि हमे किसी के पास अपना सामान ना बेचना पड़े।”

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गौरतलब है कि आर्गेनिक गढ़वाल को काम करते हुए दो साल हो गए है और पिछले पांच महीने से यह ब्रांड अपने प्रोडक्ट बेच रहा है।और दो साल बाद आर्गेनिक गढ़वाल ने अच्छी खासी आर्थिक सफलता भी हासिल कर ली है। साथ ही ऑर्गेनिक गढ़वाल खेती मे नई तकनीक के इस्तेमाल से नये आयाम हासिल कर रहा है। फिर चाहे वह कैश क्रॉप हो, फूड प्रोसेसिंग हो या फिर प्राकृतिक फाईबर की खेती हो।

फिलहाल आर्गेनिक गढ़वाल के बहुत से प्रोडक्ट है जैसे लेमन ग्रास ग्रीन टी,एप्रिकोट ऑयल,रॉ हनी ऑफ हिमालया,बाजरा आटा,बाजरा स्नैक्स,रोस्टेड सीड्स मिक्स,तुलसी चाय,हल्दी पाउडर,गुलाब जल,हैंप सीड आदि। भविष्य में विवेक पीपलीथ गांव को मॉडल विलेज की तरह स्थापित करना चाहते है साथ ही पहाड़ के पर्यावरण और जल संरक्षण के लिए कुछ प्रोजेक्ट पर काम करना चाहते हैं।विवेक कहते हैं ऐसे पेड़ लगाने का फायदा है जिन्हें कम पानी की जरुरत हो इससे हम पानी भी बचा सकते है और पर्यावरण को भी सुरक्षित रख सकते है।

इस समय विवेक की टीम में 4 लोग काम कर रहे हैं जिसमें विवेक खुद भी शामिल है क्योकि विवेक खेती से लेकर प्लानिंग,स्ट्रेटेजी भी देखते हैं।

विवेक कहते है आर्गेनिक गढ़वाल से सबसे ज्यादा फायदा क्षेत्रीय किसानो को हो रहा है जो अपनी ताकत को सही जगह इस्तेमाल कर रहे है और उन्हें यह भी संदेश मिल रहा कि बिना पलायन किए अपने घर और गांव में रहकर भी रोज़गार मिल सकता है।

तो अगर आप आर्गेनिक गढ़वाल के प्रॉडक्ट खरीदना चाहते हैं तो ऋषिकेश लक्ष्मण झूला की सभी दुकानों पर,देहरादून के क्रॉस रोड मॉल के ईज़ी डे,दिल्ली के कुछ दुकानों और आर्गेनिक गढ़वाल के फेसबुक पेज के माध्यम से खरीद सकते है।