(विकासनगर) सरकार द्वारा एनसीइआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने के सख्त आदेश जारी करने के बावजूद निजि शिक्षण संस्थानों की मनमानी पर रोक नहीं लग रही है। अभिभावक लगातार निजि शिक्षण संस्थानों पर पुराने पाठ्यक्रम की महंगी किताबें खरीदने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगा रहे हैं। बावजूद इसके विभागीय अधिकारी मौन साधे हुए हैं।
बुधवार को विकासनगर के अनुनाद पब्लिक स्कूल पर एक अभिभावक ने पुराने पाठ्यक्रम की पुस्तकें खरीदने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत खंड शिक्षाधिकारी कार्यालय में दर्ज कराई है। बड़वा निवासी दीपक चौहान ने शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि अनुनाद पब्लिक स्कूल चांदपुर-होरावाला में उसके पाल्य कक्षा दो व कक्षा चार में पढ़ते हैं। स्कूल प्रबंधन अप्रैल माह की शुरुआत से ही छरबा की एक दुकान से किताबें खरीदने का दबाव बना रहा है। जबकि स्कूल द्वारा चिह्नीत दुकान में एनसीआरटी की किताबें उपलब्ध नहीं हैं। प्रबंधन लगातार उसी दुकान से किताबें खरीदने का दबाव बनाने से अभिभावकों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है।
बताया कि इसकी शिकायत स्थानीय स्तर पर कई बार की जा चुकी है लेकिन विभागीय अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। जबकि विद्यालय प्रबंधन निर्धारित दुकान से पुराने पाठ्यक्रम की किताबें नहीं खरीदने पर बच्चों को विद्यालय से बाहर करने की धमकी दे रहा है। उन्होंने बीईओ कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है। उधर, खंड शिक्षाधिकारी वीपी सिंह ने बताया कि अभी उन्हें प्रकरण की जानकारी नहीं है। स्वयं विद्यालय में जाकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले सरकार की तरफ से यह साफ कर दिया गया था कि जिस भी स्कूल ने अभिभावकों पर निजि पब्लिशरों की किताबें खरीदनमे का दबाव बनाया उन पर सख्त एक्शन लिया जायेगा।