कालागढ़/पौड़ी, कालागढ़ क्षेत्र में हुए ध्वस्तीकरण के बाद अब वनों का विस्तार और अधिक हो गया है तो ऐसे में वन विभाग को जंगल से लकड़ी तस्करों व अवैध शिकार का डर सताने लगा है। जिसको देखते हुए वन विभाग कालागढ़ ने स्नीफर डॉग की सहायता से जंगल मे गश्त शुरू कर दी है।
उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद बीट इंचार्ज इंद्रमोहन ध्यानी के नेतृत्व में वन विभाग कर्मचारियों ने कालागढ़ मुख्य मार्ग से उत्तर दिशा की तरफ गश्त की। ज्ञात हो कि कालागढ़ में मुख्य मार्ग से उत्तर दिशा की तरफ ही ध्वस्तीकरण हुआ था, जिसके बाद बड़ी संख्या में परिवार बेघर हो गए तो उत्तर दिशा में वन और घने हो गए। जिससे अब वन विभाग की बाहरी लोगो से तस्करी व अवैध शिकार का डर सताने लगा है। बता दें कि पहले भी बाबरिया गिरोह के कुछ लोग अंदर जंगल से गिरफ्तार किए गए हैं। कालागढ़ में आबादी के चलते इस तरह की घटनाएं नहीं होती थी कोई संदिग्ध व्यक्ति अगर दिखा तो आम नागरिक पुलिस और वन विभाग को तुरंत सूचित कर दिया करते थे। परन्तु अब आबादी के घटने से वन विभाग को ऐसी घटनाओं का डर सता रहा है।
वनक्षेत्राधिकारी आरके भट्ट के अनुसार कालागढ़ कॉर्बेट टाईगर रिज़र्व का एक संवेदनशील क्षेत्र है जहां हफ्ते में एक बार स्नीफर डॉग की मदद से गश्त की जाती। किसी भी संदिग्ध हालात में स्नीफर डॉग की सहायता से गश्त की जाती है। शुक्रवार को मुख्य मार्ग से उत्तर दिशा की तरफ गश्त की गई।