चमोली जिले में ग्रामीण निर्माण विभाग की सुस्त कार्य प्रणाली कोविड केयर सेंटर के संचानल में परेशानी का सबब बन गई है। आरडब्ल्यूडी को भुगतान के नौ माह बाद भी यहां ऑक्सीजन प्लांट का संयोजन नहीं किया जा सका है। जिससे यहां कोविड मरीजों के उपचार के लिये आवश्यक ऑक्सीजन की सप्लाई में चिकित्सालय प्रशासन को खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।
बता दें कि सरकार की ओर से जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट संयोजन के लिये बीते वर्ष धनराशि स्वीकृति प्रदान की गई थी। जिसके संयोजन और लाइन निर्माण की जिम्मेदारी आरडब्ल्यूडी को सौंपी गयी। जिस पर आरडब्ल्यूडी की ओर से पाइप लाइन निर्माण कार्य कार्य पूर्ण कर लिया गया है। लेकिन वर्तमान तक ऑक्सीजन प्लांट का संयोजन नहीं किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार बीते अगस्त में विभाग को 49 लाख रुपये की राशि का भुगतान कर दिया गया है। वहीं प्लांट संयोजन में हो रही देरी पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने विभाग को नोटिस भेजा है। वहीं प्रभारी मंत्री डा. धन सिंह ने भी मामले में शीघ्र कार्रवाई के आदेश दिये गये हैं। लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते वर्तमान तक यहां ऑक्सीजन प्लांट के संयोजन का कार्य तक शुरु नहीं हो सका है।
प्रभारी मुख्य चिकित्साधिकारी चमोली डा. एमएल खासी का कहना है कि जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट के संयोजन को लेकर हो रही देरी के लिये निर्माणदायी विभाग को नोटिस देकर शीघ्र संयोजन के निर्देश दिये गये हैं। जिस पर विभाग की ओर से शीघ्र प्लांट संयोजन की बात कही गई है।