एक सिक्के के दो पहलू होते हैं, चित्त या पट्ट ठीक वैसे ही किसी भी बात का असर दो तरीके से होता है अच्छा या बुरा। आज जहां सारा देश पैसों के लिए एटीएम से बैंकों के सामने लंबी कतारों में लगा हुआ है वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जिन्होने इस नोटबंदी को भी अपने व्यवसाय को बढ़ाने का ज़रिया बना लिया है। आप सोच रहे होंगे कौन हैं वो लोग????
शहर में आजकल सबसे ज्यादा लोग और भीड़ एटीएम मशीनों और बैंकों के बाहर होती है और ऐसे ही एक बैंक के सामने अपनी दुकान लगाते हैं मोहम्मद महफूज़। पिछले आठ साल से देहरादून के सुभाष नगर रोड स्थित विजया बैंक के सामने फलों के जूस का ठेला लगाने वाले मोहम्मद महफूज़ बताते हैं कि पिछले एक महीने में उन्होंने अब तक कि सबसे ज्यादा कमाई की है। उन्होंने बताया कि न तो उनका बैंक अकाउंट है ना ही कोई एटीएम कार्ड दिन भर जितना कमाते हैं उससे ही खर्च चलता है। उन्होंने बताया कि पिछले महीने जो नोटबंदी हुई उससे उनका कोई नुकसान नहीं हुआ क्योंकि उनके पास इतने पैसे ही नहीं थे लेकिन हां नौ तारीख की सुबह से उनका फायदा ज़रुर हुआ है। उस दिन से लगातार बैंकों में पैसा जमा करवाने वालों की भीड़ के साथ साथ पैसे निकालवाने वालों की भीड़ लगी रहती है। वो कहते हैं कि बोनस तो तब होता है जब एटीएम में कैश होता है, कैश निकालने वालों की भीड़ ऐसी होती है कि लाइन में लगे लोग घंटो अपनी बारी का इंतज़ार करते हैं। ऐसे में घंटों लाईन में लगे लोग जब थक के चूर हो जाते हैं तो उनके ठेले का जूस उनके लिए एनर्जी ड्रिंक का काम करता है और ज्यादा से ज्यादा लोग उनकी दुकान से जूस खरीदते हैं जिसकी वज़ह से महफूज़ को काफी मुनाफा हो रहा है। महफ़ूज बताते हैं कि वो ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं पर उन्हें इतना विश्वास है कि प्रधानमंत्री जी के इस फैसले से कुछ अच्छा जरुर होगा।
वो बताते हैं कि पहले जो कस्टमर महीनों और हफ्तों में आते थे अब वह कैश पाने की उम्मीद में लगभग हर रोज आ रहे हैं, पिछले 8 साल से एक ही जगह पर अपनी दुकान लगाने की वजह से बैंक के कर्मचारीयों से लेकर कस्टमर तक सब उनको पहचानते हैं। लाईन में घंटों लगने वालों के बारे में वो बताते हैं कि कुछ लोग तो एक साथ पाँच एटीएम कार्ड भी लेकर आते है जिसकी वजह से पीछे खड़े हुए लोगों का नंबर नहीं आता और कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बुर्जुग लोगों को लाईन में खड़ा देख अपनी जगह दे देते हैं।
मोहम्मद महफूज़ कहते हैं कि इस वर्ष का नवंबर महीना उनके लिए काफी अच्छा रहा और इस महीने उनकी कमाईं भी अच्छी हुई, वो ज्यादा तो नहीं जानते ना ही उन्हें बैंक के मसले समझ आते हैं लेकिन एक बात है कि उनको मोदी सरकार पर पूरा भरोसा है,और लोगों के अच्छे दिन आए ना आए उनके अच्छे दिन आ गये हैं।