जनता कर्फ्यू: कहीं लोगों ने की सफाई तो कहीं प्रशासन रहा मुस्तैद

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नगर निगम के कर्मचारियों ने पूरे शहर को किया सेनेटाइज
‘जनता कर्फ्यू ’ के दौरान नगर निगम के कर्मचारी शहर की साफ सफाई और सेनेटाइजेशन में लगे रहे। कर्मचारी  पूरे शहर में विभिन्न स्थानों पर दवाओं का छिड़काव किया। वहीं पुलिसकर्मियों ने भी शहर में घूम-घूमकर लोगों को घर में ही बने रहने की अपील की। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान लोगों से घरों में रहने के साथ जनता की सुरक्षा और सेवा में लगे लोगों को सम्मान देने के लिए अपने-अपने घरों में ही ताली, थाली, घंटा और शंख आदि बजाने की अपील की थी। पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल जोशी ने बताया कि कोटद्वार ने नगरवासी “जनता कर्फ्यू “में सहयोग कर रहे हैं।
जनता कर्फ्यू में ग्रामीणों ने की घर में रहकर साफ सफाई
ग्रामीण क्षेत्र ऋषिकेश अन्तर्गत श्यामपुर न्याय पंचायत के 16 गांवों में जनता द्वारा जनता के लिए जनतांत्रिक तरीके से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर घोषित जनता कर्फ्यू को ग्रामीणों ने पूर्ण समर्थन देते हुए पूरे दिन घर पर रहने की मिसाल पेश की। ग्राम सभा खदरी खड़क माफ के अधिकतर लोगों ने अपने घरों पर रहकर घर की सफाई का कार्य किया।
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के प्रान्त पर्यावरण प्रमुख पर्यावरणविद विनोद जुगलान विप्र ने बताया कि खदरी विष्णु विहार में लोगों ने अपने घरों में परिजनों के साथ मिलकर सफाई कार्य किये,तो कुछ लोगों ने घर में रहकर पूजा पाठ किया। न्यास के प्रान्त प्रमुख ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जब तक कोरोना का खतरा कम नहीं हो जाता तब तक घर के बाहर न जाकर घर पर रहकर ध्यान लगाएं और अपने अंदर जाएं। खुद को महसूस करें, खुद को जाने बगैर भगवान को नहीं जाना जा सकता है। घर पर रहकर बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर सकते हैं । यह समय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए सबसे उचित समय है। इन दिनों में घर की बागवानी का रख रखाव कर सकते हैं।गाँवों में दिन भर पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा,जो कि देश के प्रति लोगों का राष्ट्र प्रेम और समर्पण दर्शाता है।
कोरोना से जंग : कोटद्वार में मॉक ड्रिल, अस्पताल में दिखी मुस्तैदी
 

पूरे विश्व के लिए मुसीबत बने कोरोना वायरस को देखते हुए कोटद्वार बेस चिकित्सालय में रविवार को मॉक ड्रिल की गई, ताकि कोरोना वायरस का मरीज आने की स्थिति में उसे फौरी तौर पर संभाला जा सके।

विशेष तौर पर तैयार की गई मेडिकल टीम द्वारा कोरोना वायरस के कथित मरीज को अस्पताल के नजदीक स्थित एक घर से एंबुलेंस के जरिए लाया गया। जहां पर डॉ. जेसी ध्यानी ने मरीज को प्राथमिक चिकित्सा दी। डॉ. वागेश काला खुद इस मॉक ड्रिल की देखरेख कर रहे थे।
राजकीय बेस चिकित्सालय के प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वागेश काला ने बताया कि इस ड्रिल का महत्व अस्पताल के मेडिकल स्टाफ को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार करना था। इस दौरान इमरजेंसी की तैयारी को पूरी तरह से परखा गया। जहां भी कमी आई उन्हें दूर किया गया। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस का कहर बढ़ रहा है। ऐसे में अस्पतालों को पूरी तरह से तैयार करना बड़ा जरूरी है। उन्होंने बताया कि अभी तक कोटद्वार में कोरोना वायरस का कोई भी मरीज सामने नहीं आया है। इसके बावजूद विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने लोगों से अपील की कि कोरोना से बेवजह घबराने की जरूरत नहीं बल्कि बचाव के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है।