आपदा प्रबंधन, लोगों को करें प्रशिक्षितः सीएम

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आपदा प्रबंधन में स्थानीय लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका है, लोगों को फर्स्ट रेसपांडर के रूप में भी प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि ग्रामीणों को आवश्यक संसाधन दिए जाएं। स्कूल के बच्चों में जन जागरूकता गतिविधियां चलाएं, पाठ्यक्रम में आपदा प्रबंधन की जानकारिया शामिल करें। एसडीआरएफ का मौसम विभाग से सीधा तालमेल जरूरी है। बैठक में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए ईको टास्क फोर्स की तर्ज पर एसडीआरएफ को रिस्पना नदी के पुनर्जीवन के लिए उसके कैचमेंट एरिया में वृक्षारोपण का कार्य दिया गया।

सोमवार देर शाम सचिवालय में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की तर्ज पर राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के ढांचे को और तार्किक करने किया जाएगा। पुलिस महानिदेशक, आर्मी, आईटीबीपी के प्रतिनिधियों को सदस्य रूप में और विशेषज्ञ वैज्ञानिक संस्थानों के प्रतिनिधियों को विशेष आमंत्रित सदस्य रूप में लाने पर भी बैठक में सैद्धांतिक सहमति बनी। मुख्यमंत्री ने इसके लिये कैबिनेट में प्रस्ताव लाने के निर्देश दिए। राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण में आकाशीय बिजली को राज्य के परिप्रेक्ष्य में प्राकृतिक आपदा घोषित किए जाने पर कार्योत्तर अनुमोदन किया गया।

बैठक में अधिकारियों ने विश्व बैंक एवं एशियाई विकास बैंक के माध्यम से सितम्बर, 2016 से आज तक किए गए कार्यो की वित्तीय एवं भौतिक प्रगति एवं क्रियाकलापों का विवरण दिया गया। विश्व बैंक एवं एशियाई विकास बैंक की आडिट रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई। इस दौरान राज्य आपदा प्रबंधन योजना में किए गए संशोधन पर प्राधिकरण का अनुमोदन तथा जनपद नैनीताल की जिला आपदा प्रबंधन योजना पर प्राधिकरण का अनुमोदन किया गया। बैठक में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मद में वित्तीय वर्ष 2016-17 एवं 2017-18 में स्वीकृत धनराशि का विवरण एवं कार्योत्तर अनुमोदन एवं राज्य आपदा विमोचन निधि से वित्तीय वर्ष 2016-17 एवं 2017-18 में जारी की गई धनराशि का विवरण एवं कार्योत्तर अनुमोदन किया गया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बैठक में विश्व बैंक एवं एशियाई विकास बैंक द्वारा ओडीसीएच व पेयजल पर तैयार की गई 02 कॉफी टेबल बुक्स का विमोचन भी बैठक में किया। इसके साथ ही डीएमएमसी द्वारा राष्ट्रीय विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत जन जागरूकता हेतु बनाई गई 05 लघु फिल्मों एवं डीएमएमसी द्वारा आपदा प्रबंधन जन-जागरूकता हेतु तैयार की गई 20 लघु कहानियों की पुस्तक ’प्रयास’ का विमोचन भी किया।

बैठक में भारत सरकार एनडीएमए द्वारा सहायतित राज्य में चलायी जा रही आपदा प्रबंधन संबंधी 05 योजनाओं का विवरण प्रस्तुत किया गया। इण्डिया डिजास्टर रिसोर्स नेटवर्क का अद्यतन विवरण प्रस्तुत किया गया। मानसून ऋतु 2017-18 में घटित प्राकृतिक आपदा की अद्यतन स्थिति का विवरण भी प्रस्तुत किया गया। बैठक में निदेशक भारत मौसम विज्ञान विभाग, देहरादून विक्रम सिंह ने मानसून के सम्बंध में प्रस्तुतीकरण दिया गया। आईजी संजय गुंज्याल ने राज्य आपदा प्रतिवादन बल(एसडीआरएफ) के आपदा से सम्बंधित जन जागरूकता को चलाये जा रहे प्रशिक्षिण कार्यक्रम एवं क्रियाकलापों पर प्रस्तुतीकरण दिया । बैठक में वित्त मंत्री प्रकांश पंत, मुख्य सचिव एस.रामास्वामी, पुलिस महानिदेशक एमए गणपति, सचिव आपदा प्रबन्धन अमित नेगी, सचिव गृह विनोद शर्मा समेत आर्मी व आईटीबीपी के प्रतिनिधि मौजूद थे।