देहरादून, कोतवाली विकासनगर क्षेत्र ढालीपुर के नीचे यमुना नदी में कुछ व्यक्ति नदी में पानी बढ़ने और बहाव के कारण टापू में फंसे तीस लोगो को पुलिस व एसडीआरएफ की टीम रेस्कूय कर सुरक्षित निकाला। देर शाम से शुरू रेस्क्यू अभियान मंगलवार सुबह चार बजे तक चला।
टापू में लोगों के फसे होने की सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू कार्य शुरू किया। पौण्टा रोड ढ़ालीपुर आरटीओ कार्यालय के ऊपर ढ़करानी की ओर लगभग एक किमी आगे यमुना नदी में पानी बढ़ने व बाढ़ आने के कारण नदी के बीच में लोग फंसे थे वहां बच्चों के रोने चिल्लाने की आवाज आ रही थी। मौके पर जल पुलिस व एसडीआरएफ को राहत बचाव के लिए को बुलाया गया। इसके पहले पुलिस बल उफनती नदी में रस्से डाल कर नदी के बीचोबीच टापू पर फंसे लोगो तक पहूंचने के प्रयास किया लेकिन सफलता हाथ नही लगी और नदी का जल स्तर लगातार बढते ही जा रहा था।
रात करीब 23:00 बजे जब मौके पर एसडीआरएफ की टीम पहुंची तो पुन: संयुक्त टीम बनाकर उपलब्ध रस्सो व टायर ट्यूब व बोट के माध्यम से नदी के तेज बहाव को पार कर टापू में फसे लोगो के पास पंहुचकर सभी व्यक्तियों को इक्कठा धीरे-धीरे हिम्मत व साहस का परिचय देते हुए छोटे बच्चों को सुरक्षित कर नदी के बहाव से बाहर निकाला गया। महिलाओ को व उसके बाद पुरुषो को टापू से बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
स्थानीय पुलिस, जल पुलिस व एसडीआरएफ के द्वारा छह घण्टे संयुक्त रेस्क्यू चला कर टापू में फसे सभी 30 व्यक्तियों जिसमे 6 पुरुष, 5 महिला, व 19 बच्चे सामिल थे सभी को सुबह चार बजे तक सकुशल नदी से बहार निकाला गया। टापू पर फंसे सभी व्यक्ति वन गूजर समाज के थे जो दो दिवस पूर्व ही बडकोट उत्तरकाशी के पहाडी इलाको से आये थे व ढालीपुर मे नदी के एक टापू पर रुके हुए थे। पुलिस की ओर से सभी स्थानीय व्यक्तियों को हिदायत किया गया कि वह वर्षाकाल में नदी के बीच न जाए।