28 अप्रैल से शुरू हुई चार धाम यात्रा धीरे-धीरे रफ़्तार पकड़ती दिख रही है। उत्तराखंड आपदा के बाद अब एक बार फिर चार धाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में यात्रा की चहल पहल दिनों दिन बढ़ने लगी है। बीते एक हफ्ते में चार धाम यात्रा में यात्रियों की संख्या ने 40 हजार का आंकड़ा पार किया है और लगातार यात्रियों के आने का सिलसिला जारी है। केदार नाथ यात्रा के लिए लगातार तीर्थ यात्री बड़ी संख्या में यात्रा पे पैदल भी निकल रहे है। 2017 की चार धाम यात्रा के शुरुवात से ही उत्तराखंड में यात्रियों के आने का सिलसिला लगातार जारी है, यात्रा को अभी एक ही हफ्ता हुआ है लेकिन अभी से यात्रियों की अच्छी-खासी भीड़ देखने को मिल रही है। यात्री बड़ी संख्या में यमुनोत्री-गंगोत्री धाम के दर्शन के लिए पहुंच रहे है तो वहीँ कुछ यात्री पैदल ही केदारनाथ दर्शन के लिए निकल रहे है। आपको बता दे की अभी बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने बाकि है लेकिन श्रद्धालु अभी से यात्रा पर निकलते दिख रहे हैं।
2017 की चार धाम यात्रा के शुरुवाती आंकड़ों से एक बार फिर उत्तराखंड में पर्यटन व्यवसाय में तेजी लाने की उम्मीद बड़ा दी है। चार धाम यात्रा में जाने वाले यात्रियों का उत्साह भी बढ़ चढ़ के दिख रहा है ,यात्री एक बार फिर पहाड़ो का रुख करने लगे है। 2017 की चार धाम यात्रा के पंजीकरण के आंकड़े बताते है कि आपदा के बाद जो एक भय का माहौल था वो अब ख़त्म हो गया है। देश के विभिन्न प्रदेशों और विदेशो से आये यात्री बद्रीनाथ-केदारनाथ के आलावा गंगोत्री और यमनोत्री के भी दर्शन करने के लिए निकले है। गुरुवार सुबह से ही यात्री रजिस्ट्रशन कराते दिखे, बायो मैट्रिक अधिकारी प्रेमानन्द के अनुसार अब तक ऋषिकेश से 40 हजार यात्री यात्रा पर निकल चुके है। लगातार यात्री ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा रहे है,उन्होंने बताया की यात्रा बेहतर होती जा रही है और रोजाना 2 से 3 हजार यात्री यात्रा पर निकल रहे है।
यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है जो की प्रदेश के पर्यटन के लिए भी राहत की बात है। बद्रीनाथ धाम के कपाट 6 मई को खुलने जा रहे है जिससे उम्मीद है की आने वाले दिनों में रिकॉर्ड तोड़ यात्री इस यात्रा के गवाह बनेंगे।