ऋषिकेश। खानपान की बदलती आदतो के बीच ,बच्चे व युवा ही नही बड़े-बुजुर्ग भी पिज्जा के शौकीन होते जा रहे है। स्कूल के बाद छात्र-छात्राएं व कपल्स रेस्तरां मे पिज्जा खाते हुए खूब देखे जा सकते है।ऋषिकेश मे भी पिज्जा के शौकिनों की तादात काफी तेजी से बढी है। रेस्तरां से सीधे होम डिलीवरी कराई जाने लगी है। मगर, जाने-अनजाने पिज्जा के शौकीन अनेक शारीरिक समस्याओ से घिर रहे है। चिकित्सको की माने तो स्वाद के लिए कभी कभी तो ठीक है, मगर इसे भोजन मे शामिल करना काफी नुकसानदायक है। पिज्जा से स्वास्थ्य पर पड़ रहे प्रभाव पर जब जानकारी जुटाई गई तो, जो बात सामने आई वो बेहद चौंकाने वाली थी।
निर्मल आश्रम अस्पताल के प्रशासक ब्रिकमजीत सिंह के अनुसार पिज्जा मे शरीर को फायदा पहुंचाने वाली कोई वस्तु नही होती। पिज्जा का ज्यादा खाना दिल के लिए हानिकारक है। इसमें कॉलेस्ट्रोल ज्यादा होने से आर्टरीज बंद होने के कारण हार्टअटैक का खतरा बढ़ जाता है। पिज्जा मे डाले जाने वाले प्रिजरेटिव भी सेहत को नुकसान पहुंचाते है। हास्पिटल के फिजीशियन डॉ. अमित अग्रवाल ने बताया कि पिज्जा मे टॉपिग्स के नाम पर कई सारी सब्जियां डाली जाती है, इनमे से कई बेमेल सब्जियां पाचन तंत्र मे गड़बड़ी करती है। इसे टेस्टी बनाने के लिए अधिक मात्रा मे नमक व कैलोरी युक्त चीजे डाली जाती है। फैट से मोटापा भी बढ़ता है। लंबे समय तक पिज्जा खाने से शुगर लेबल बढ़ने व बीपी की समस्या हो सकती है। मैदे से बच्चो को इरेटेबल बॉबेल सिंड्रोम (आंत की बीमारी) की आशंका रहती है। इसमें जंक कैलोरी बच्चो को नुकसान पहुंचाती है। बकौल डा अग्रवाल के अनुसार पिज्जा व अन्य जंक फूड महिलाओ के लिए बेहद हानिकारक है।