प्रोफेसर का दावा, कोरोना वायरस के संक्रमण में कारगर है सादा पान

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कोरोना
हरिद्वार, वैश्विक स्तर पर तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को लेकर जहां हाहाकार मचा हुआ है वहीं गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के एक असिस्टेंट प्रोफेसर ने दावा किया है कि इस बीमारी से बचाव में सादा पान खाना बहुत कारगर है।
विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. शिवकुमार चौहान का कहना है कि भारतीय परिवेश में खान-पान एवं भोजन मे प्रयुक्त होने वाले मसाले एवं उनके औषधीय गुण हमारे दैनिक जीवन में विशेष महत्व रखते हैं। ऐसे में इस नये संक्रमण से बचाव में औषधीय गुण वाले मसाले भी काफी हद तक संक्रमण को फैलने से रोकने में सहायक हैं। संक्रमित व्यक्ति से मिलने वाले लक्षणों में प्रमुख सम्पर्क तथा ड्रोप लैट के द्वारा इसके विषाणु शरीर, हाथ या कपड़ों से फेफडों में पहुंचकर श्वास सम्बधी जटिलताओं को बढाते हैं। इसके कारण श्वसन क्रिया में अवरोध उत्पन्न होने से रोगी मौत हो जाती है। ऐसे में पान विशेषकर सादे पान में प्रयोग होने वाले मसाले कत्था, चूना, लौंग, इलायची, गुलकन्द, सौंफ, खुशबु आदि औषधीय वस्तुयें श्वसन एवं फेफड़ों से जुड़ी हुई जटिलताओं को घटाने में तथा इसके महत्व को बढ़ाने में सहायक है।
बातचीत में उन्होंने दावा किया कि पान का पत्ता एंटीसेप्टिक का काम करता है, जो अनेक उपचार में प्रयोग में लाया जाता है। नकसीर या नाक से खून आने की समस्या मे पान का पत्ता सूंघने से लाभ होता है। आंखों के लाल हो जाने, नींद न आने, थकान मे भी पान के पत्ते को पानी में उबालकर ठण्डा करने तथा इसके पानी से आंखें धोने से लाभ होता है। पान खाने तथा इसके पानी को पीने से गले तथा श्वसन सम्बधी अनेक बीमारियों मे राहत मिलती है। मसूढ़ों से खून आना तथा दर्द होने पर पान के पत्ते को पानी में उबालकर उसके गरारे करने से गले का संक्रमण ठीक होता है तथा मसूढ़ों के दर्द  तथा खून आने में राहत मिलती है। ब्रोंकाईटिस तथा कफ से प्रभावित व्यक्ति को 7-8 पान के पत्तों को 3-4 कप पानी मे चीनी के साथ उबालें। जब यह पानी एक गिलास रह जाये तब इसे दिन मे तीन बार पीने से ब्रोंकाईटिस, कफ तथा वर्तमान मे कोरोना के लक्षणों को दूर करने के सहायता मिलती है। पान का सेवन करने से कोरोना के संक्रमण पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है।