गोपेश्वर, नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत वन प्रभाग के गंगा पौधरोपण सप्ताह के दूसरे दिन मंगलवार को अलकनंदा नदी के किनारे क्षेत्रपाल वन पंचायत की भूमियाल तोक में वृहद पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान बद्रीनाथ वन प्रभाग की ओर से एक हैक्टेयर क्षेत्रफल में विभिन्न प्रजाति के एक हजार पौधों का रोपण किया गया। नमामि गंगे परियोजना के तहत नौ से 15 जुलाई तक गंगा वृक्षारोपण सप्ताह मनाया जा रहा है। जिसमें सामूहिक प्रयासों से गंगा नदी के तटों पर पौधरोपण कर पर्यावरण को संरक्षित रखने का कार्य किया जा रहा है।
पौधरोपण से पूर्व पर्यावरण संरक्षण को लेकर बद्रीनाथ वन प्रभाग की ओर से विरही में सामूहिक गोष्ठी का आयोजन भी किया गया। गोष्ठी में ब्लाक प्रमुख विमला सजवाण, जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र सिंह नेगी, बंड विकास संगठन के अध्यक्ष शंभू प्रसाद ने भी गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही पर्यावरण को संतुलित रखा जा सकता है। उन्होंने बंजर और निष्प्रोज्य भूमि पर पौधरोपण कर गंगा पौधरोपण अभियान को सफल बनाने की बात कही।
इस मौके पर बद्रीनाथ वन प्रभाग के उप वन संरक्षक एनएन पांडे ने नमामि गंगे परियोजना के संबंध में जानकारी दी। कहा कि नमामि गंगे परियोजन के तहत 168 करोड़ के प्रस्ताव भारत सरकार को भेजे गये थे, जिसमें से 61.72 करोड़ के प्रस्ताव स्वीकृत किये गये है तथा स्वीकृत धनराशि के सापेक्ष 1.5 करोड़ धनराशि अवमुक्त हुई है। कहा कि परियोजना का उद्देश्य जल संरक्षण एवं सर्वद्वन करना है, जिसके लिए वृहत स्तर पर पौधरोपण का कार्य किया जा रहा है।