प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तराखंड में लगातार जन सभाओं को संबोधित कर रहे हैं।गुरुवार को उन्होंने गढ़वाल के श्रीनगर में जनता को संबोधित किया तो आज शुक्रवार को कुमाऊं के अल्मोड़ा में डबल इंजन सरकार की उपलब्धियां गिनाईं।
जनसभा में प्रधानमंत्री भाजपा की विकास योजनाओं को गिनाने के साथ-साथ कांग्रेस पर भी हमलावर हुए। उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ का संकल्प लेकर काम कर रही है। इसके विपरीत, हमारा विरोध करने वालों का फार्मूला है- ‘सबमें डालो फूट, मिलकर करो लूट’। कांग्रेस को पूरे देश में यही नीति रही है- सबमें डालो फूट, मिलकर करो लूट’।
उन्होंने कहा कि विरोधियों ने हमेशा कुमाऊं और गढ़वाल की लड़ाई कराने की कोशिश की, ताकि ये दोनों जगह को लूट सकें। इनसे अलग डबल इंडन की सरकार ने दोनों जगह के लिए डबल काम करने की कोशिश की है। हमारे लिए पूरा उत्तराखंड देवभूमि है। कुमाऊं को वैसे भी मंदिरों का स्थान कहते हैं। अल्मोड़ा के कटारमल सूर्य मंदिर पर अगर ध्यान दिया गया होता, तो ओडिशा के कोणार्क सूर्य मंदिर की तरह यहां भी देश-विदेश से पर्यटक आते। हमने कटारमल सूर्य मंदिर को उसकी पहचान देने का संकल्प लिया है।
प्रधानमंत्री ने अपनी विकास योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना का काम तो चल ही रहा है। टनकपुर-बागेश्वर रेलवे लाइन का सपना भी आने वाले समय में जरूर साकार होगा और हम ही पूरा करेंगे। उन्होंने लोगों को बताया कि हमने इस बार के बजट में उत्तराखंड का विशेष ध्यान रखते हुए एक योजना बनाई है, पर्वतमाला परियोजना। हिंदुस्तान में पहली बार पर्वतमाला परियोजना की कल्पना आई।
कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यही लोग कहते थे कि पहाड़ों पर सड़कें बनाना आसान नहीं। इसलिए यहाँ तो ऐसे ही चलना पड़ता है। आज उत्तराखंड में चारों धामों को जोड़ने के लिए ‘आल वेदर’ रोड का काम चल रहा है। जहां ये सड़क को मुश्किल बताते थे, वहाँ आज पहाड़ों पर रेल भी पहुँच रही है। पहले की सरकारों में उत्तराखंड के सीमावर्ती गांव, तहसील, जिलों को अनदेखा किया गया। भाजपा सरकार ने सीमावर्ती क्षेत्र के विकास के लिए योजना बनाई है। इन सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए हमने ‘वाइब्रेंट विलेज’ योजना बनाई है।
प्रधानमंत्री मोदी यहीं नहीं रुके। उन्होंने कांग्रेस पर जम कर हमला बोला। कोरोना के टीके का विरोध करने वालों पर कहा कि टीके पर टोकाटाकी करने वाले ये लोग क्या कह रहे थे? ये कहते थे कि पहाड़ों पर हर एक गांव तक वैक्सीन पहुंच ही नहीं सकती। उत्तराखंड पर इतना अविश्वास है इन लोगों का। जबकि भाजपा सरकार उत्तराखंड के लोगों को कोरोना से बचाने के लिए दिन-रात मेहनत करती रही। यहां युवा नेतृत्व वाली सरकार है, जो पर्यटन, प्रगति और रोजगार के लिए काम कर रही है। दूसरी ओर, वो पुरानी मानसिकता है, जिसने दशकों तक उत्तराखंड में पलायन के हालात पैदा किए।
हर परिवार को घर देने की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने लोगों से कहा कि इस वर्ष केंद्र सरकार ने गरीबों के लिए देश भर में 80 लाख नये पक्के घर बनाने का तय किया है। उत्तराखंड में जिन गरीबों को पक्के घर मिलने से रह गये हैं, उन्हें हमारी सरकार खोज-खोज कर पक्के घर देने का काम करेगी। उत्तराखंड के लोग ये बात जानते हैं कि भाजपा सरकार ही इस दशक को उत्तराखंड का उज्ज्वल दशक बना सकती है। इसलिए एक बार फिर डबल इंजन की सरकार, उत्तराखंड में आना तय है। उन्होंने कहा, ‘अब उत्तराखंड विकास के शिखर की तरफ बढ़ चला है। उत्तराखंड को एक नई पहचान मिल रही है।
गुरुवार को उत्तर प्रदेश में हुए पहले चरण के मतदान में भाजपा की जीत का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि मैं देख रहा हूं कि मतदाता कभी अच्छे कामों को भूलते नहीं हैं। अच्छे इरादों को भूलते नहीं हैं और कभी भी नेक नीयत वालों का साथ छोड़ते नहीं हैं। इस चुनाव को भाजपा से ज्यादा जनता-जर्नादन लड़ रही है। उत्तर प्रदेश में पहले चरण के मतदान में भी भाजपा के लिए जबरदस्त उत्साह का वातावरण रहा। कल का मतदान, लोगों का उत्साह, लोगों की एकजुटता से पता लगता है कि भाजपा सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ने वाली है।