प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित उत्तराखंड दौरे में सुबह बाबा केदार के कपाट खुलने पर पूजा-पाठ के बाद मोदी हरिद्वार के लिए रवाना हुए और लगभग 12 बजे पतंजलि योगपीठ पहुंचे। बाबा केदार की पूजा- अर्चना के बाद पीएम मोदी ने वहां मौजूद हजारों श्रद्धालुओं का अभिनन्दन स्वीकार किया।
केदारनाथ धाम मे बाबा के दर्शन करने के बाद पीएम मोदी हरिद्वार के लिए रवाना हो गए। योगगुरु बाबा रामदेव और आर्चाय रामकृष्ण ने पीएम मोदी का स्वागत किया। पीएम मोदी के साथ राज्यपाल के.के पाल और सीएम त्रिवेंद्र संह रावत भी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में पहले पीएम मोदी ने पतंजलि रिर्सच इंस्टीट्यूट का उद्घघाटन किया। बाबा रामदेव ने बताया कि आने वाले 21 जून को अहमदाबाद में अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा जिसमें लगभग 5 लाख लोग भाग लेंगे। रामदेव ने कहा कि आने वाले समय में पतंजलि 11 लाख निशुल्क योग कक्षाएं कराएगा। बाबा रामदेव ने कहा कि भारत को आने वाले समय में महापुरुषों के सपनों का भारत बनाना है। पतंजलि के माध्यम से 1 लाख से ज्यादा लोगों को मिल रहा रोजगार, इसके साथ ही देश के लगभग 1 करोड़ किसान भी पतंजलि से जुडें हैं। बाबा रामदेव ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक बात है कि देश के पहला योगी प्रधानमंत्री मोदी जी है, उसके बाद योगी सीएम और अब योग के भी अच्छे दिन आ रहे हैं।
बाबा रामदेव ने कहा कि आज 4 बड़े एतिहासिक काम हुएं हैं जिसमेंः
- पीएम मोदी को राष्ट्रऋषि का गौरव प्राप्त होना
- पतंजलि रिर्सच इंस्टीट्यूट का उद्घघाटन होना
- यूनओ में योग को अंर्तराष्ट्रीय दर्जा मिलना
- आचार्य बालकृष्ण की आयुर्वेद एन्साइक्लोपिडिया का विमाचन होना
इन चारों के माध्याम से ना केवल भारत में बलिक दुनिया में योग को एक अलग पहचान मिलेगी और देश आयुर्वेेद के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि वह राष्ट्रऋषि का गौरव मिलने की बात से अंजान थे। बाबा ने हरिद्वार आकर मुझे सरप्राइज दिया। पीएम मोदी ने कहा कि बाबा रामदेव ने योग को लोगों के लिए आसान बना दिया है इसके लिए मैं बाबा रामदेव को बहुत शुभकामनाएं देता हूं। पीएम मोदी ने कहा की मुझे देश के सवा सौ लोगों की ताकत पर भरोसा है और इसी भरोसे पर हम देश को आगे लेकर बढ़ेंगे। पीएम ने कहा कि आधुनिक ज्ञान के आगे हमने आयुर्वेद पर ध्यान नहीं दिया लेकिन पतंजलि के माध्यम से आयुर्वेद का नाम आगे आया है और आधुनिक भाषा में भारत के आयुर्वेद को आगे बढाऐंगे। पीएम ने कहा कि बाबा रामदेव पतंजलि रिसर्च सेंटर मां गंगा के किनारे बसा हुआ बिल्कुल आधुनिक सेंटर जैसा है और अटल बिहारी की सरकार के बाद अब एक बार फिर आयुर्वेद सामने आया है।
वेलनेस के लिए हालिस्टिक अप्रोच चाहती है दुनिया जो आयुर्वेद से मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सवा सौ करोड़ देशवासियों को यह ठानना होगा कि मैं गंदगी नहीं फैलाऊंगा तभी सारा देश साफ होगा।उन्होंने कहा कि देश की नई पीढ़ी स्वच्छता को लेकर तत्पर है। प्रिवेंटिव हेल्थ केयर से देश के गरीबों की होगी सबसे ज्यादा मदद होगी लेकिन अभी भी हर्बल मेडिसीन के फिल्ड में बहुत कुछ करना बाकी है।इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि आयुर्वेदिक दवाओं में पैकेजिंग लाकर बाबा रामदेव ने इसे आधुनिक लुक दे दिया है जो आजकल सबसे जरुरी है।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बालकृष्ण की किताब मेडिकल साइंस से जुड़े लोगों के लिए भी बहुत जरुरी है और मैं आशा करता हूं कि लोगों का ध्यान जाएगा इस आयुर्वेदिक एन्सािक्लोपिडिया पर, तभी हमें पूर्ण सफलता मिलेगी।