पुलिस मुख्यालय में सोमवार से शुरु हुई दो दिन की पुलिस आफिसर्स कान्फ्रेंस के पहले दिन पुलिस की कार्य प्रणाली में के सम्बन्ध में कार्ययोजनाओं पर बोलते हुए पुलिस महानिदेशक एम. ए. गणपति ने कहा कि जब तक थाना और चौकी स्तर की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं होगा तब तक राज्य में एक अच्छी पुलिस व्यवस्था स्थापित नहीं हो पायेगी। उन्होने कहा कि युवाओं के साथ पुलिस विभाग की संवादहीनता में सुधार करते हुए युवाओं के साथ बेहतर संवाद स्थापित करने का प्रयास करना चहिऐ, यह राज्य में अपराध एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने में भी सहायक होगा। उन्होने कहा कि हर पुलिसकर्मी को चहिए कि वह उसको कानूनी अधिकारों का प्रयोग करने के साथ साथ अपने क्षेत्र के संरक्षक के रूप में भी कार्य करें।
डीजीपी ने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस के पास पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तथा आधुनिक साधन/संसाधन उपलब्ध है, राज्य गठन से अबतक पुलिस विभाग को अच्छा नेतृत्व मिला है। वीडियो कान्फ्रेंस से इस कान्फ्रेंस में पुलिस में सुधारों को लेकर विचार-विमर्श किया गया जिसमें सभी परिक्षेत्र प्रभारी, जनपद प्रभारी, सेनानायक व जनपदों के राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारियों द्वारा हिस्सा लिया गया। बैठक के दौरान थाना स्तर पर पुलिस कार्यप्रणाली में एकरूपता एवं पारदर्शिता लाते हुए बेसिक सर्विस डिलिवरी में सुधार के लिये कार्ययोजना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पौड़ी, टिहरी, पुलिस अधीक्षक चमोली तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ ने संयुक्त रूप से प्रसेनटेशन दी, जबकि विभाग में आरक्षी स्तर पर क्षमता बढ़ाने के लिये कार्य योजना पर श्री पंकज गैरोला, पुलिस उपाधीक्षक, देहरादून, निरीक्षक प्रमोद शाह, ऊधमसिंहनगर ने तथा पुलिस कार्यप्रणाली में युवावर्ग को अधिक से अधिक जोड़े जाने पर तृप्ति भट्ट, सहायक पुलिस अधीक्षक,देहरादून एवं रिधिम अग्रवाल, सेनानायक 31वींवाहिनी पीएसी, ने प्रसेंटेशन की।
इसके बाद वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े सभी जनपदों, वाहिनियों के राजपत्रित अधिकारियों, थानाध्यक्षों से चर्चा कर सुझाव भी मांगे गये जिसमें बड़ी संख्या में अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने विचार दिये।