हरिद्वार, कांवड़ मेले में उत्तराखंड पुलिस ईमानदारी की मिशाल पेश की है। दो अलग स्थानों से पुलिसकर्मियों को बरामद नकदी व सामान कांवड़ियों को सुरक्षित मिल पाया। पुलिस की ईमानदारी से कांवड़िये बेहद खुश नजर आए।
एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने कांवड़ मेला ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों को व्यवहार में नम्रता रखने के निर्देश दिए थे। इसी के साथ पुलिसकर्मियों के आचरण को श्रेष्ठ बनाने की अपील करते हुए कांवड़ियों की हरसंभव मदद करने को कहा गया था। एसएसपी जन्मेजय खंडूरी की अपील का असर दिखाई देने लगा है। दो अलग-अलग स्थानों पर बरामद सामान और नकदी को पुलिसकर्मियों ने उसके स्वामी को सुपुर्द कर दिया है।
घटनाक्रम के मुताबिक उपनिरीक्षक विक्रम धामी व हमराही कांस्टेबल संजीव राणा रोडवेज स्टेशन के पास रविवार को चेकिंग कर रहे थे। तभी उनको एक छोटा काला बैग मिला। जिसको खोलकर देखा तो बैग के अंदर दो मोबाइल, एक पर्स व एटीएम, आधार कार्ड, पैन कार्ड के साथ-साथ करीब 7 हजार नगदी थी। पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर संपर्क किया। उक्त व्यक्ति से बात होने के बाद मोबाइल पर्स व नगदी को मायापुर चौकी बुलाकर सुपुर्द किया गया।
दूसरी घटना सप्तऋषि चौकी की है। जहां चौकी इंचार्ज उपनिरीक्षक पवन डिमरी व आरक्षी देवेंद्र को सप्त ऋषि मार्ग पर एक पर्स मिला। जिसको चौकी पर लाकर चेक किया गया तो पर्स में करीब 10,000 तथा कुछ कागजात मिले। अन्य कागजों को चेक किया गया तो उन पर कुछ मोबाइल नंबर लिखे मिले। उन मोबाइल नंबर के आधार पर संपर्क करके पूछा गया तो पता चला कि वेलजी भाई निवासी पारस नगर नारायणपुरा अहमदाबाद अपने परिवार के साथ हरिद्वार घूमने आए थे। उनका पर्स खो गया था। जिसके बाद उनको चौकी बुलाकर पर्स सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस की कार्यशैली और व्यवहार की पीड़ितों ने प्रशंसा की है।