कोटा में 100 बच्चों की मौत पर गरमाई सियासत

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आदित्यनाथ और मायावती ने साधा गहलोत सरकार पर निशाना
कोटा के जेके लोन अस्पताल में 100 बच्चों की मौत के मामले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है। बच्चों की मौत पर गहलोत सरकार निशाने पर है। इस मामले में कांग्रेस आलकमान भी गंभीर है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से रिपोर्ट मांगी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने एम्स के चिकित्सकों का एक विशेष दल जांच के लिए कोटा भेजा है। स्थानीय सांसद और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी गहलोत सरकार को पत्र लिखकर अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए हैं।
बसपा प्रमुख मायावती और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधा है। मायावती ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत हो चुकी है। सरकार को इस घटनाक्रम को संवदेनशीलता से लेना चाहिए जबकि मुख्यमंत्री गहलोत स्वयं और उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील और गैर-जिम्मेदार बने हुए हैं, जो निन्दनीय है। उससे भी ज्यादा दु:खद है कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व और खासकर महिला महासचिव ने इस मामले में चुप्पी साधे रखी है। मायावती ने कहा कि अच्छा होता कि वह उत्तर प्रदेश की तरह उन गरीब पीड़ित माताओं से भी जाकर मिलतीं जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही आदि के कारण उजड़ गई हैं।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर मुख्यमंत्री गहलोत के साथ ही प्रियंका गांधी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कोटा में 100 मासूमों की मौत बहुत दुखदाई और हृदय विदारक है।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर कटाक्ष करते हुए लिखा कि कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा में 100 मासूम बच्चों की माताओं का गोद उजड़ना दुखद और दर्दनाक है।
मायावती के ट्विट के जवाब में मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्विट कर कहा कि कोटा के जेके लोन अस्पताल हुई शिशुओं की मुत्यु पर सरकार संवेदनशील है। इस मसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने लिखा कि इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर में लगातार कमी हो रही है, हम इसे और भी कम करने का प्रयास करेंगे। मां और बच्चे स्वस्थ रहे यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। गहलोत ने बताया कि राजस्थान में सर्वप्रथम बच्चों के लिए आईसीओ की स्थापना 2003 में हमारी सरकार ने की थी। कोटा में भी बच्चों के आईसीओ की स्थापना 2011 में की थी। स्वास्थ सेवा में और सुधार के लिए विशेषज्ञ दल का भी स्वागत है। हम उनसे विचार- विमर्श और सहयोग से प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं में इम्प्रूवमेंट के लिए तैयार हैं।गृह क्षेत्र में बच्चों की मौत हुई तब भाजपा ने डेलिगेशन क्यों नहीं भेजा : रघु शर्मा
जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत पर प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि जब मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत हुई, तब केंद्र की भाजपा सरकार ने कोई जांच दल अस्पताल में नहीं भेजा। चिकित्सा मंत्री ने भाजपा को नसीहत दी कि पहले वे अपनी गिरेबान में झांके। भाजपा शासित प्रदेशों में शिशु मृत्यु दर के क्या हालात हैं, पहले इसे लेकर रिपोर्ट जारी करें।