देहरादून, उत्तराखंड सरकार के मुख्यमंत्री अब कोई कोताही नहीं बरतने वाले हैं। वह मंत्रियों के विभागों की समीक्षा कर उन्हें धार देने की कोशिश कर रहे हैं। यह बात सच है कि पहले से ही दो मंत्रियों के पद खाली चले आ रहे थे। स्वर्गी प्रकाश पंत के न रहने के कारण एक पद और खाली हो गया।
उसके बावजूद मुख्यमंत्री चाहते हैं कि हर काम और हर व्यवस्था पूरी तरह चाकचैबंद रहे। यह समीक्षा की पहल इसी बात का संकत है। मंत्रियों की कार्य समीक्षा का यह काम 01 अगस्त से 08 अगस्त तक किया जाएगा।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का कहना है कि वैसे तो उनके सहयोगी सभी मंत्री काफी अनुभवी हैं लेकिन फिर भी इस बात की समीक्षा जरूरी है कि किस विभाग द्वारा उसको मिले कार्यों को किया जा रहा है।
विभाग योजनाओं का प्रस्ताव सरकार को भेजता है। सरकार जरूरत के अनुरूप सभी विभागों को धन जारी कर देती है तब यह देखा जाना भी जरूरी है कि जिन योजनाओं के लिए धन दिया गया है वह सही जगह खर्च हो भी रहा है या नहीं। किस विभाग की किस योजना का कार्य प्रगति क्या है? इसकी समीक्षा जरूरी है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपने मंत्रियों के काम काज की तीसरी बार समीक्षा कर रहे हैं। पूर्व समय में समीक्षा के आधार पर उन्होंने कुछ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल भी किया था। संभावना है कि वह उन कई मंत्रियों के विभागों में फिर फेरबदल कर सकते हैं जिनके काम से वह संतुष्ट नहीं होंगे। समीक्षा बैठक में मत्रियों के साथ संम्बन्धित विभाग के अधिकारियों का उपस्थित रहना भी अनिवार्य होगा।