कांवड़ यात्रियों के आवागमन और अन्य दिनों आम लोगों के लिए सुविधा बनने वाली कांवड़ पटरी जगह-जगह टूटी होने के कारण हादसों को दावत दे रही है। वहीं, इससे गंगनहर के लिए भी खतरा बढ़ रहा है।
रुड़की से हरिद्वार और मुजफ्फर नगर की ओर कांवड़ यात्रा के दबाव को कम करने के लिए गंगनहर के किनारे कांवड़ पटरी का निर्माण किया गया है। बारिश में यह पूरी तरह से टूट गई है। कई स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। सड़कों का अधिक कटाव होने के कारण नहर का पानी आबादी क्षेत्र में घुसने का खतरा भी बना हुआ है, वहीं इस मार्ग पर रात में वाहन इन गड्ढों में गिर सकते हैं। स्थानीय लोगों की तमाम शिकायतों के बावजूद विभाग इनकी ओर ध्यान नही दे रहा है। करीब 15 दिन पहले पीरबाबा कॉलोनी के समीप टूटी कांवड़ पटरी को विभाग द्वारा मिट्टी डालकर भरा गया। उसपर चलने वाले राहगीरों के लिए हादसों का खतरा बरकार है। अब मोहनपुरा मोहमदपुर के समीप कांवड़ पटरी पर बनी एक पुलिया का एक बड़ा हिस्सा जमीन में धंस गया है और बड़ा गढ्ढा राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बना है। ग्रामीण संदीप, कुशलवीर, सुभाष राठी, नीरज कुमार, मनीष कुमार, संजय कुमार, संजय राठी, दीपक धारीवाल, महिपाल, कल्लू आदि ने इस मामले में लोक निर्माण विभाग में शिकायत की है। उनका कहना है इस रास्ते से स्कूली बच्चों के अलावा काफी संख्या में राहगीर गुजरते हैं और विभाग इस ओर से आंखें मूंदे बैठा है।