देहरादून, कांवड़ मेला-2018 की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। सोमवार को उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनिल के.रतूड़ी की अध्यक्षता में 14वीं अन्तर्राज्यीय व अन्तरइकाई समन्वय बैठक पुलिस आफिसर्स मैस किशनपुर देहरादून के सभागार में आयोजित की गई। जिसमें उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, आईटीबीपी, एसएसबी, रेलवे सुरक्षा बल, आसूचना ब्यूरो के अधिकारी शामिल थे।
डीजीपी ने अपने उद्बोधन में कहा कि, “बैठक का उद्देश्य कांवड़ मेले के दौरान उत्तर प्रदेश, हिमाचल, हरियाणा, दिल्ली व अन्य एजेन्सियों के पारस्परिक सहयोग से शान्ति व कानून व्यवस्था बनाये रखना है। उन्होंने कहा कि कांवड मेले के दौरान साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगड़ने का प्रयास हो सकता है। इसके लिए कांवड यात्रा के समस्त रूट में संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर पर्याप्त प्रशिक्षित पुलिस बल नियुक्त किए जाने एवं बीफ्रिंग की आवश्यकता है। कांवड़ यात्रा के दौरान इसके सकुशल संचालन के लिए सभी को समन्वय तालमेल की आश्यकता होगी।”
बैठक के में कृष्ण कुमार वीके वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार ने संयुक्त रूप से कांवड़ मेले के दौरान किए जाने वाली पुलिस व्यवस्थाओं, यातायात संचालन, यात्रा रूट पर किये जाने वाले पुलिस प्रबन्ध, डीजे लगाकर व लाठी डन्डे लेकर चलने वाले कांवड़ियों पर प्रतिबन्ध, कावड़ यात्रा के दौरान विगत वर्षो में होने वाली दुर्घटनाओं व पार्किंग आदि के बारे में प्रस्तुतिकरण किया। उन्होंने बताया की विगत 15-20 वर्षो से प्रत्येक वर्ष कांवड़ियों की संख्या में भारी वृद्धि हो रही है वर्ष 1985-90 में 15-20 लाख कांवड़िये आते थे, अब बढ़कर वर्ष 2018 में लगभग दो से ढाई करोड़ कांवड़ियों के आने की सम्भावना है।
एडीजी अशोक कुमार (अपराध एवं कानून व्यवस्था) ने जघन्य अपराधों, अन्तर्राज्यीय अपराधी गैंग, इनामी बदमाशों फरार अपराधियों, मानव तस्करी, साईबर क्राइम आदि के सम्बन्ध में एक प्रस्तुति के माध्यम से अन्तराष्ट्रीय व अन्तर्राज्यीय सीमाओं पर अपराध नियंत्रण के लिए सूचनाओं के अदान-प्रदान व स्पेशल यूनिटस की समन्वय बैठकों के आयोजन तथा थानाध्यक्ष स्तर पर मीटिंग किए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कांवड़ मेला को शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराने हेतु निम्न रणनीति अपनायी जायेगी।
जिसमें कांवड़ियों से होर्डिंग एवं सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस का सहयोग करने के लिए अपील की जायेगी। निरोधात्मक कार्यवाही-कांवड़ यात्रा को दौरान नशा,डीजे एवं लाठी डंडों को पूर्व की भांति नियंत्रित करने की कार्रवाई की जायेगी। एनफोर्समेन्ट-आवश्यकतानुसार एनफोर्समेन्ट की कार्रवाई भी की जायेगी।
बैठक में नेपाल व चीन सीमाओं के सन्दर्भ में सभी पुलिस संगठनों व सुरक्षा एजेन्सियों के मध्य सूचनाओं के आदान प्रदान समन्वय वैधानिक/अवैधानिक रास्तों व वाहनों की चैकिंग व सुरक्षा तथा महत्वपूर्ण पुलों आदि की सुरक्षा। जालीमुद्रा के आवागमन व परिचालन को रोकने के लिए की जाने वाली कार्रवाई। तिब्बत/नेपाल अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से होने वाली तस्करी की रोकथाम पर चर्चा की गई।
इस बैठक में राम सिंह मीणा, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन, उत्तराखण्ड, आनन्द कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था,उत्तर प्रदेश, वी. विनय कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना/सुरक्षा उत्तराखण्ड, प्रशान्त, अपर पुलिस महानिदेशक, मेरठ जोन उत्तर प्रदेश, नवदीप सिंह, पुलिस महानिरीक्षक करनाल परिक्षेत्र(हरियाणा), ए.के.पाण्डे, पुलिस महानिरीक्षक, कानून व्यवस्था, प्रथम पंजाब आर.के. श्रीवास्तव पुलिस महानिरीक्षक अभिसूचना, लखनऊ, उत्तर प्रदेश, संजय किशोर, पुलिस महानिरीक्षक रेलवे सुरक्षा नार्थ जोन, निलाभ किशोर, पुलिस उपमहानिरीक्षक आईटीबीटी देहरादून एवं विक्रम सिंह, पुलिस उपमहानिरीक्षक एसएसबी रानीखेत आदि अधिकारी उपस्थित रहे।