जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने कोविड मरीजों की संख्या में हो रही वृद्धि के मद्देनजर निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल के रूप में परिवर्तित किया है। यहां माॅनिटरिंग के नोडल अधिकारियों की तैनाती की गयी है।
उन्होने बताया कि देवभूमि हाॅस्पिटल व केवीआर हाॅस्पिटल काशीपुर में पशु चिकित्साधिकारी डा. विक्रान्त गिल, सिद्धि निवायक अस्पताल व प्रकाश अस्पताल रिसर्चल सेंटर काशीपुर में पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. राजीव कुमार, गहतोडी अस्पताल व संजीवनी अस्पताल मल्टीस्पेशलिटी काशीपुर में सहायक अभियन्ता, लोनिवि शंकर सिंह, श्री कृष्णा अस्पताल, स्पर्श अस्पताल व नाव्या अस्पताल काशीपुर में अधिशासी अभियंता लोनिवि अरुण कुमार, मेडिसिटी अस्पताल व गौतम अस्पताल रुद्रपुर में पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. रवि शंकर, फुटेला अस्पताल व मैट्रोसिटी अस्पताल रुद्रपुर में पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. राजीव सिंह, प्रयास अस्पताल खटीमा में अधिशासी अभियंता विद्युत दीपक सैनी, प्रयास अस्पताल व एसएच मल्टीस्पेशिलिटी अस्पताल सितारगंज में अधिशासी अभियंता सिंचाई अरविन्द नेगी को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
उन्होंने कहा कि नामित सभी नोडल अधिकारी अपर मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन जिला स्तरीय विकास प्राधीकरण/नोडिल अधिकारी कोविड अस्पताल मैनेजमैन्ट बंशीधर तिवारी के नियंत्रण एवं निगरानी में कार्य सम्पादित करेगें। इन आदेशों का उल्लंघन आपदा प्रबन्धन अधिनियम 2005 व महामारी अधिनियम 1897 सपठित उत्तराखण्ड कोविड-19 रेगुलेशन 2020 के अन्तर्गत दण्डनीय होगा।