एनसीईआरटी के विरोध में एकजुट हुए निजी शिक्षण संस्थान

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विकासनगर। पछवादून के सभी निजी शिक्षण संस्थानों ने एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू नहीं करने के साथ ही सरकार के इस निर्णय के खिलाफ दो अप्रैल को सभी शिक्षण संस्थान बंद रखने का निर्णय लिया है।
रविवार को सीबीएसई सहोदय कांपलेक्स के बैनर तले निजी संस्थान संचालकों, प्रधानाचार्यों व शिक्षकों ने नगर के एक होटल में संयुक्त पत्रकार वार्ता आयोजित कर यह जानकारी दी। सहोदय के संरक्षक ले. कर्नल कादिर हुसैन ने कहा कि सरकार का यह निर्णय छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। सरकार सरकारी विद्यालयों की दुर्दशा को छिपाने के लिए प्रदेश के लाखों छात्रों का भविष्य दांव पर लगा रही है। साथ ही सरकार इस मसले को उछाल कर निजि शिक्षण संस्थान पर आरटीई के तहत बकाया करोड़ों के भुगतान से बचने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि एनसीइआरटी के तहत कई महत्वपूर्ण पाठ्य पुस्तकों का प्रकाशन ही नहीं होता है जिसके चलते छात्र-छात्राओं की महत्वपूर्ण विषयों की पढ़ाई ठप हो जाएगी। साथ ही एनसीइआरटी के पाठ्यक्रम में अभ्यास कार्य कम होता है जिससे छात्र-छात्राएं पाठ्यक्रम तक ही सीमित रह जाएंगे और उनको व्यावहारिक ज्ञान नहीं मिल पाएगा। उन्होंने शिक्षा मंत्री पर निजि शिक्षण संचालकों का शोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा आरटीई के तहत बकाया राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा है। जबकि सरकार एनसीआरटी का पाठ्यक्रम लागू करने के लिए सरकारी धन का गोलमाल कर रही है। सरकार द्वारा अपने चहेतों प्रकाशकों से पुस्तकों का प्रकाशन कराया जा रहा है। सहोदय कांप्लेक्स के तहत सभी निजि शिक्षण संस्थानों ने इसे सरकार का तुगलकी फरमान बताते हुए लागू करने से मना किया है। साथ ही दो अप्रैल को शिक्षण संस्थान बंद रखने का निर्णय लिया। इस दौरान सहोदय के अध्यक्ष सोमदत्त त्यागी, संजय गर्ग, आलोक विरमानी, पवन डोगरा, सुनीता रावत, अनिल बोहरा, सुशील बंसल आदि मौजूद रहे।