एम्स को लेकर आन्दोलन तेज करेगी संघर्ष समिति

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एम्स

ऋषिकेश, सर्वदलीय संघर्ष समिति ने एम्स में हुए भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर रविवार को नगर निगम सभागार में बैठक की। बैठक में तय हुआ कि एम्स के निदेशक को हटाने को लेकर आंदोलन तेज किया जाएगा। साथ ही एम्स में 70 फीसदी स्थानीय लोगों की नियुक्ति और पूर्व में की गई नियुक्तियों की सीबीआई जांच की मांग की गई। बैठक की अध्यक्षता एम्स बचाओ सर्वदलीय संघर्ष समिति की संयोजक एवं महापौर अनिता ममगांई और संचालन जयेद्र रमोला ने किया।

महापौर अनीता ममगांई ने कहा कि यह बात साबित हो गई है कि एम्स में हुई नियुक्तियों में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। नियुक्तियां में उत्तराखंड के किसी भी व्यक्ति को नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि जो नियुक्तियां की जा रही है उनमें अन्य प्रदेशों के एक ही जिले से लिए गए हैं। इसकी जांच अत्यंत आवश्यक है। अनीता ममगांई ने कहा कि एम्स के बाहर ठेली लगाने वाले भी राज्य के बाहर से आए लोग हैं। इनका वेरीफिकेशन भी कराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद एक प्रतिनिधिमंडल राज्य सरकार के माध्यम से केंद्र सरकार को ज्ञापन प्रेषित कर एम्स के निदेशक रविकांत को हटाए जाने के लिए प्रस्ताव को भेजेगा। उन्होंने कहा कि जब तक एम्स के निदेशक को हटाया नहीं जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

ज्योति सजवान ने आरोप लगाते हुए कहा कि एम्स के निदेशक पूरी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। इसके चलते यहां का माहौल भी खराब हो रहा है। जनहित में उन्हें हटाया जाना अत्यंत आवश्यक है। बैठक में संजय शास्त्री, अंशुल अरोरा ,जयेंद्र रमोला, नवल कपूर, ज्योति सजवान, जयदत्त शर्मा , देव भूमि उधोग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल, विमला रावत और पार्षद गुरविंदर सिंह आदि उपस्थित थे।