उत्तराखंड में अग्निपथ योजना को लेकर सड़क से लेकर सदन तक विरोध देखने को मिला। सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को विपक्षी सदस्यों ने सदन में अग्निपथ को लेकर जमकर हंगामा किया। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने कागज के टुकड़े उछाले। इसके बाद सदन से वाकआउट किया।
सत्र के आखिरी दिन अग्निपथ को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान विपक्ष ने वेल में आकर अग्निपथ योजना को वापस लेने के नारे लगाने लगे। विपक्षी सदस्यों ने कागज के टुकड़े लहराये। विपक्ष के नेताओं ने कहा कि सरकार के इस फैसले से युवाओं में रोष है। देशभर में युवा सरकार के इस फैसले के विरोध में सड़कों पर उतर आया है। इसके बाद विपक्ष ने सदन का वॉकआउट किया।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन महारा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अग्निपथ योजना लाकर सरकार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। सरकार के इस फैसले से युवाओं में आक्रोश है। यह योजना सेना का मनोबल तोड़ने और कमजोर करने वाली है। सरकार ने सालों से तैयारी कर रहे युवाओं के सपनों पर भी पानी फेर दिया है।
उन्होंने कहा कि खासकर उत्तराखंड जहां 60 फीसदी से अधिक परिवार सेना से जुड़े हैं। सेना के पेंशन से हजारों परिवार चलते हैं। राज्य की इकोनॉमी पूरी तरह प्रभावित हुई। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सरकार को इस फैसले को तुरंत वापस लेना चाहिए।
माहरा ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह युवाओं को झूठा आश्वासन न दें। देश की सम्पत्ति और नोजवान खतरे हैं। कांग्रेस लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन को नेतृत्व प्रदान करे युवाओं के लिए भविष्य के लिए लड़ाई आगे भी लड़ती रहेगी।
विरोध के चलते हावड़ा से देहरादून आने वाली उपासन एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है। यह गाड़ी शुक्रवार दोपहर एक बजे हावड़ा से चलतती है और शनिवार को शाम देहरादून पहुंचती है। वरिष्ठ मंडल रेलवे प्रबंधक का कहना है कि मुरादाबाद रेलवे से आने वाली हावड़ा दून एक्सप्रेस शुक्रवार को विरोध को देखते हुए रद्द है।